नई दिल्ली:आजादी की सकारात्मक भारत-उदय बिहार यात्रा व बैठकें 23 अप्रैल को संपन्न हो गई।
24 अप्रैल को आजादी की अमृत गाथा के 65 वें वेबिनार में यात्रा और बैठकों की समीक्षा की जाएगी तथा आगामी शीर्ष स्तरीय बैठकों का रोड मैप जारी किया जाएगा। राम जानकी संस्थान आरजेएस के राष्ट्रीय संयोजक उदय मन्ना और तपसिल जाति आदिवासी प्रकटन्न सैनिक कृषि बिकाश शिल्पा केंद्र (टीजेएपीएस केबीएसके) के सचिव सोमेन कोले ने बताया कि
भगवान महावीर और डा.बाबा साहब अम्बेडकर की जयंती पर नमन् करते हुए 14 अप्रैल को नई दिल्ली से शुरू बिहार यात्रा 15 अप्रैल को पटना पहुंची और महिला स्नेह-मिलन की लघु बैठक हुई। महिलाओं ने बताया कि दो साल बाद मिलना हुआ और महिला सशक्तिकरण पर चर्चा हुई। 16 अप्रैल को आरजेएस सकारात्मक सूचना केंद्र के प्रभारी डा.ओमप्रकाश झुनझुनवाला ने बेसिक लाइफ सपोर्ट और सीपीआर प्रशिक्षण हेतु बैठक की।
17 अप्रैल को अशोकपुरी, पटना में सेवानिवृत्त अभियंता श्री रामजग सिंह ने आजादी की अमृत गाथा 64 के फीजिकल और वर्चुअल बैठक का आयोजन किया। मुख्य अतिथि बिहार के पंचायती राज मंत्री श्री सम्राट चौधरी ने बाबू वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव को जन जन तक पहुंचाने का संकल्प व्यक्त किया। इस बैठक में प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद और पूर्व बिहार पुलिस उपमहानिरीक्षक स्व० रामलक्ष्मण सिंह को श्रद्धांजलि दी गई।
बिहार आर्ट थियेटर कालिदास रंगालय, पटना में 17 अप्रैल को रंगकर्मी अनिल कुमार मुखर्जी,अजित गांगुली और राजेंद्र प्रसाद वर्मा तरूण को श्रद्धांजलि देकर थियेटर पर संवाद का आयोजन हुआ।
18 अप्रैल को डा बिनय कुमार बिष्णु पुरी साहित्यकार कवि की बैठक हुई। इसमें स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया गया।19 अप्रैल को डा पशुपति नाथ सिंह के साथ लघु बैठक और 20 अप्रैल को आरजेएस फैमिली के साथ डिनर पर चर्चा हुई और दो नया आरजेएस राष्ट्रीय सम्मान 2022 घोषित किया गया। 21 अप्रैल को इंटरप्रेन्योर रामेंद्र कुमार सिंह के साथ सक्सेस स्टोरी और एमएसएमई पर दो बैठकें हुईं। इसी दिन पूर्व आइपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास और पटना साइंस कॉलेज में जीव विज्ञान विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डा अखिलेश कुमार से युवाओं के भविष्य और करियर काउंसलिंग पर संवाद हुआ।
22 अप्रैल को आर्य भट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय पटना के रजिस्ट्रार और नैनो साइंस व टेक्नोलॉजी के एकेडमिक हेड डा राकेश कुमार सिंह से नैनो साइंस और टेक्नोलॉजी से जीवन में आ रही नई नई मूलभूत सुविधाओं पर चर्चा हुई। इस तरह दस दिनों में दर्जन भर सकारात्मक बैठकों के साथ ही आजादी की सकारात्मक भारत-उदय बिहार यात्रा संपन्न हो गई|
बिहार यात्रा में आयोजित दस बैठकों की उपलब्धियों पर 24 अप्रैल को आजादी की 65वींअमृत गाथा में होगी समीक्षा
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