नई दिल्ली। “दुनियाभर में हास्य योग से स्वास्थ्य लाभ लिया जा रहा है और साढ़े चार सौ से ज्यादा रिसर्च पेपर अमेरिका, जर्मनी और जापान में प्रकाशित हुए हैं।
हास्य योग से स्वास्थ्य, खुशी और विश्व शांति लाई जा सकती है।”
यह कहना है विश्व हास्य दिवस के संस्थापक डॉक्टर मदन कटारिया का जो आरडी फूड प्रोडक्ट्स के सहयोग से आयोजित आरजेएस पीबीएच द्वारा आयोजित “अमृत काल का सकारात्मक भारत” के दूसरे राष्ट्रीय वेबीनार में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।
उन्होंने विश्व शांति के लिए एक मिनट तक हास्य योग कराया, हंसी के फायदे बताए और कहा कि सितंबर में आरजेएस फैमिली के लिए हास्य योग शिविर दिल्ली में आयोजित करेंगे।
सभी अतिथियों का स्वागत और धन्यवाद ज्ञापन मेजबान लक्ष्मण प्रसाद निदेशक प्रभात नमकीन, आरडी फूड प्रोडक्ट्स ने किया।
आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक उदय मन्ना ने बताया कि डा कटारिया के साथ डा. माधुरी कटारिया भी शामिल हुईं और कहा कि बातचीत मैं मुस्कान के साथ, जब भी मौका मिले हंसे। आरजेएस एडवाइजर बिजाॅन कुमार मिश्रा ने प्रीवेंटिव केयर के लिए हास्य योग को जरूरी बताया और भारत में रिसर्च की आवश्यकता जताई। वहीं सकारात्मक आंदोलन के संरक्षक प्रफुल्ल डी सेठ ने म्यूजिक थिरेपी और हास्य योग शिविर के लिए आरजेएस पीबीएच का कार्यक्रम बड़ोदा में आयोजित करने का बीड़ा उठाया। वेबिनार में विशेष अतिथि हास्य कवि डा चकाचौंध ज्ञान पुरी ने अपनी हास्य-व्यंग्य की रसदार कविताओं से प्रतिभागियों को सराबोर कर दिया।
दिल्ली और गुड़गांव हास्य क्लब के अध्यक्ष डॉक्टर उमेश सेहगल ने कहा कि हास्य योग एक दूसरे से फैलता है। बिना खर्च किए मेंटली ,फिजिकली और सोशली लोग-बाग बहुत फायदा उठा रहे हैं, और सकारात्मक ऊर्जा व पॉजिटिव हारमोंस इकट्ठा कर रहे हैं।
कार्यक्रम को सकारात्मक सोच के साथ सहयोग करते हुए लाफ्टर एंबेसडर दुर्गादास आजाद ने प्रतिभागियों को हास्य योग का अभ्यास और गायन से सकारात्मक ऊर्जा का आभास कराया।
वेबिनार में कई राज्यों से जुड़कर लोगों ने हास्य योग का महत्व समझा।
आरडी फूड प्रोडक्ट्स के सहयोग से आयोजित आरजेएस पीबीएच वेबिनार में जुटे हास्य-गुरू व कवि
RELATED ARTICLES