भारतवर्ष में अनेक त्यौहार मनाए जाते हैं जिनमें हरियाली तीज का विशेष महत्व है। तीज का त्यौहार प्रत्येक वर्ष श्रावण माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है, हल्की – फुल्की फुहार है यह सावन की बहार है. . संग यारों के झूले जाओ, आज तीज का त्यौहार है। सावन के गीतों के साथ वार्ष्णेय महिलाओं की ओर से तीज उत्सव धूमधाम से मनाया गया।
बता दें कि महिलाओं ने नृत्य प्रतियोगिता, गायन प्रतियोगिता और वन मिनट प्रतियोगिता आयोजित की साथ ही मिलजुल कर मल्हारे गायी और सावन के गीतों पर नृत्य प्रस्तुत किए।
कहा जाता है कि सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है. इस पर सुहागन स्त्री पति की दीर्घायु के लिए कामना करती है. व्रत उपवास रखती है, तीज के त्योहार की यही विशेषता है। कार्यक्रम सरायतरीन में कच्चा बाजार स्थित नीता वार्ष्णेय के आवास पर हुआ । लकी ड्रा द्वारा शिखा प्रकाश को तीज क्वीन चुना गया और उन्हें ताज पहनाकर अनेक उपहार भेंट किए।
कार्यक्रम में हरी साड़ी की थीम और कन मिनट मेम आकर्षण का केंद्र रहे। कार्यक्रम में सोनल आर्य, संजना आर्य, शिल्पी वार्ष्णेय , आरती वार्ष्णेय , रेखा वार्ष्णेय, अंजू वार्ष्णेय, अंजलि वाष्णैय, आरती शशांक वार्ष्णेय, मोना वार्ष्णेय, शालिनी वार्ष्णेय शामिल रही साथ ही संचालन नीता वार्ष्णेय ने किया।
शिखा प्रकाश के सिर सजा तीज क्वीन का ताज
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