दिल्ली के वसंत कुंज में इंडियन स्पाइनल इंजरीज़ सेंटर द्वारा 5 सितंबर को मनाए जाने वाले वर्ल्ड स्पाइनल कॉर्ड इंजरी (एस.सी.आई) डे से पहले, इलाज और रिहैबिलिटेशन के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से खेलकूद और अन्य समावेशी कार्यक्रमों की शुरुआत की। यह कार्यक्रम 1 से 5 सितंबर, 2024 तक मनाए जाएंगे। पांच दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत साइक्लाथॉन के साथ हुई, जिसे साइकिल ग्रुप के सहयोग से आयोजित किया गया और मरीजों और स्टाफ द्वारा वॉकाथॉन किया गया। इसके साथ ही स्थानीय समाज को जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया गया।
पांच दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन वसंत कुंज के पार्षद जगमोहन मेहलावा, रोहित मीना (आईपीएस) डीसीपी साउथ वेस्ट ने मुख्य अतिथि के रूप में किया और आई.एस.आई.सी की चेयरपर्सन भोली आह्लूवालिया भी उपस्थित रहीं। इस अवसर पर आई.एस.आई.सी के चीफ स्ट्रैटेजी ऑफिसर (CSO) सुगंध आह्लूवालिया, स्पाइन सर्विसेज के हेड डॉ. विकास टंडन, वरिष्ठ डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों ने एकजुटता की अपील की।
2024 के एस.सी.आई दिवस का विषय है ‘End Violence – Protect Spinal Cord,’ “हिंसा समाप्त करें – रीढ़ की हड्डी की रक्षा करें” है। इस दिन का उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना, हिंसा को रोकना और ऐसे वातावरण बनाना है ।
आई.एस.आई.सी की चेयरपर्सन, भोली आह्लूवालिया ने कहा, “हमारे कार्यक्रम इस साल के एस.सी.आई दिवस की थीम ‘हिंसा समाप्त करें – रीढ़ की हड्डी की सुरक्षा करें’ के साथ मेल खाते हैं।
आई.एस.आई.सी के स्पाइन सर्विसेज के हेड, डॉ. विकास टंडन ने कहा, ” 5 सितंबर को मनाए जाने वाला एससीआई दिवस, रीढ़ की हड्डी की चोटों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इन स्थितियों के साथ रहने वाले व्यक्तियों के लिए एक अधिक समावेशी समाज की आवश्यकता पर जोर देता है।
बता दें कि समावेशिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, आई.एस.आई.सी के चीफ स्ट्रैटेजी ऑफिसर सुगंध आह्लूवालिया ने लोगों से अपील की आई.एस.आई.सी उपयुक्त पदों के लिए PwSCI (रीढ़ की हड्डी की चोट वाले व्यक्ति) और अन्य विकलांग व्यक्तियों को सक्रिय रूप से रोजगार देने का प्रयास कर रहा है।