भारतीय अतंरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो एक साथ 104 उपग्रहों को कक्षा में स्थापित कर रचेगा एक नया इतिहास
भारतीय अतंरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो बुधवार को एक साथ 104 उपग्रहों को कक्षा में स्थापित कर एक नया इतिहास रचेगा। इसके लिए उल्टी गिनती चेन्नई से 125 किलोमीटर दूर श्रीहरिकोटा में शुरू हो गई है।
अगर भारत एक रॉकेट से 104 उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजने में सफल हो जाता है तो वह इस तरह का इतिहास रचने वाला दुनिया का पहला देश बन जाएगा ।
प्रक्षेपण के बारे में महत्वपूर्ण बात यह है कि इतनी बड़ी संख्या में रॉकेट से उपग्रहों का प्रक्षेपण किया जा रहा है रूसी अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा एक बार में 37 उपग्रहों के सफल प्रक्षेपण की तुलना में भारत एक बार में 104 उपग्रह प्रक्षेपित करने में सफलता हासिल कर इतिहास रचने वाला पहला देश बन जाएगा ।
भारत ने इससे पहले जून 2015 में एक बार में 23 उपग्रहों को प्रक्षेपण किया था। यह उसका दूसरा सफल प्रयास होगा।अंतरिक्ष एजेंसी के ‘ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान’ (पीएसएलवी-सी 37) अपने 39वें मिशन पर अंतरराष्ट्रीय उपभोक्ताओं से जुड़े रिकॉर्ड 104 उपग्रहों को प्रक्षेपित करेगा।
प्रक्षेपण के बारे में महत्वपूर्ण बात यह है कि इतनी बड़ी संख्या में रॉकेट से उपग्रहों का प्रक्षेपण किया जा रहा है।इसरो ने कहा कि इन सहयात्री उपग्रहों में 101 नैनो सैटेलाइट शामिल हैं जिनमें से प्रत्येकइस्राइल, कजाखस्तान, नीदरलैंड, स्विट्जरलैंड, यूएई से और 96 सैटेलाइट अमेरिका के हैं। इसके अलावाए दो उपग्रह भारत के हैं।