यह प्रतिमा मुक्ति का प्रतीक है और उन 112 मार्गों को दर्शाता है, जिनसे इंसान योग विज्ञान के जरिए अपनी परम प्रकृति को प्राप्त कर सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के कोयंबटूर में भगवान शिव की 112 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। कोयंबटूर के ईशा योग केंद्र में भगवान शिव की यह 112 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है।
112 फीट ऊंची इस प्रतिमा में शिव के आदियोगी स्वरूप को आकार दिया गया है। यह आयोजन योगगुरु जग्गी वासुदेव की संस्था ईशा फाउंडेशन की तरफ से किया गया है।
भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने ‘अतुल्य भारत’अभियान में इस भव्य मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा को एक डेस्टिनेशन के तौर पर शामिल किया है। ये मूर्ति उन 112 मार्गों को दर्शाती है, जिनसे इंसान योग विज्ञान के जरिए अपनी परम प्रकृति को हासिल कर सकता है।
ईशा फाउंडेशन ने बताया कि इस प्रतिमा की स्थापना आदियोगी शिव के खास योगदान के सम्मान में की गई है। संस्थान के अनुसार ये मूर्ति मुक्ति का प्रतीक है। साथ ही उन्होंने बताया कि प्रतिमा उन 112 मार्गों को दर्शाती है, जिनसे इंसान योग विज्ञान के जरिए अपनी परम प्रकृति को हासिल कर सकता है।
यह प्रतिमा मुक्ति का प्रतीक है और उन 112 मार्गों को दर्शाता है, जिनसे इंसान योग विज्ञान के जरिए अपनी परम प्रकृति को प्राप्त कर सकता है।