पाकिस्तान ने आतंकवादियों के खिलाफ शुरू की गई अपनी कार्रवाई को जारी रखते हुए पंजाब प्रांत में आंतकी शिविरों और ठिकानों पर छापेमारी कर करीब 1,300 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। इस बात की जानकारी पाकिस्तान पुलिस ने शुक्रवार को दी। पंजाब के कानून मंत्री राणा सनाउल्लाह खान ने कुछ आतंकवादी संगठनों का बचाव किया था। पाकिस्तान द्वारा आतंक और चरमपंथी गतिविधियों में शामिल होने के शक में कई संगठनों पर प्रतिबंध लगाया गया था। राणा ने इनमें से कई संगठनों का बचाव करने की कोशिश की थी, लेकिन इसके बावजूद यह कार्रवाई की गई।
कई ऐसे संगठन जिनपर पाकिस्तान की नवाज शरीफ सरार ने अल्पसंख्यक इस्लामिक समुदायों के खिलाफ हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है, उनमें से कई का राणा ने सार्वजनिक तौर पर बचाव किया। राणा सनाउल्लाह के रुख को लेकर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने की पंजाब की प्रतिबद्धता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। न्यूज एजेंसी AP के साथ एक इंटरव्यू में राणा ने आतंकी सरगना हाफिज सईद के लश्कर-ए-तैयबा और इस जैसे कुछ अन्य भारत विरोधी संगठनों पर लगाए गए प्रतिबंधों पर संदेह जताया। मालूम हो कि अमेरिका ने हाफिज को आतंकवादी घोषित किया हुआ है। उसके ऊपर करीब 66 करोड़ का इनाम तय किया गया है। बीती 30 जनवरी को नवाज सरकार ने हाफिज को नजरबंद करने का आदेश दिया था। इसके बावजूद राणा सनाउल्लाह ने हाफिज के खिलाफ लगाए गए आरोपों पर सवाल उठाया।