विदेश मंत्रालय ने प्रधानमंत्री की छह दिन के यात्रा कार्यक्रम की घोषणा करते हुए एक विज्ञप्ति में कई व्यापार कार्यक्रमों को सूचीबद्ध किया जहां प्रधानमंत्री इन देशों के शीर्ष उद्योगपतियों से मिलेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से जर्मनी, स्पेन, रूस और फ्रांस सहित चार देखों की यात्रा पर रवाना हो गए हैं। इस दौरान वह अपनी सरकार के विभिन्न सुधार कार्यक्रमों के मद्देनजर भारत में निवेश के अवसर को पुरजोर तरीके से रख सकते हैं। विदेश मंत्रालय ने प्रधानमंत्री की छह दिन के यात्रा कार्यक्रम की घोषणा करते हुए एक विज्ञप्ति में कई व्यापार कार्यक्रमों को सूचीबद्ध किया जहां प्रधानमंत्री इन देशों के शीर्ष उद्योगपतियों से मिलेंगे।
मोदी ने कहा कि वह और एंजिला मर्केल व्यापार और निवेश, सुरक्षा और आतंकवाद से मुकाबला, नवोन्मेष और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, कौशल विकास, शहरी बुनियादी ढांचा, रेलवे और नागर विमानन, स्वच्छ ऊर्जा, विकास सहयोग, स्वास्थ्य और वैकल्पिक चिकित्सा पर जोर देते हुए सहयोग का भावी रोडमैप तैयार करेंगे।
मोदी मंगलवार को स्पेन की आधिकारिक यात्रा पर जाएंगे। पिछले करीब तीन दशक में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली यात्रा होगी। वह किंग फेलिप 6 से मुलाकात करेंगे और राष्ट्रपति मारियानो राजोय के साथ बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा कि हम द्विपक्षीय संवाद बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे, प्रधानमंत्री ने कहा कि द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंधों को प्रगाढ़ बनाने की काफी संभावना है.
मोदी ने कहा, फ्रांस हमारे सर्वाधिक रणनीतिक सहयोगियों में से एक है। मैं राष्ट्रपति मैक्रॉन से मिलने को उत्सुक हूं और परस्पर हित के मुद्दों पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि वह फ्रांसीसी राष्ट्रपति के साथ विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार विमर्श करेंगे। इनमें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का सुधार, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता, विभिन्न निर्यात संगठनों में भारत की सदस्यता, आतंकवाद के खिलाफ सहयोग, जलवायु परिवर्तन पर सहयोग और अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन शामिल हैं।
2 जून को मोदी और पुतिन सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनोमिक फोरम को संबोधित करेंगे जहां भारत अतिथि राष्ट्र है। उन्होंने कहा। अपनी तरह की पहली मुलाकात में, मुझे विभिन्न रूसी क्षेत्रों के गर्वनरों से भी बातचीत करने का मौका मिलेगा ताकि द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाया जा सके।