भारतीय अंतरिक्ष तकनीक में उनके योगदान के लिए उन्हें वर्ष 1976 में पद्म भूषण और 2017 पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया था
अंतरिक्ष विज्ञान में अतुलनीय योगदान देने वाले जाने माने अंतरिक्ष वैज्ञानिक और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व अध्यक्ष उडुपी रामचंद्र राव का लंबी बीमारी के बाद 85 साल की उम्र में आज निधन हो गया। उडुपी रामचंद्र राव के निधन पर पीएम नरेन्द्र मोदी ने दुख जताया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि भारत के अंतरिक्ष की दुनिया में राव का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।
भारतीय अंतरिक्ष तकनीक में उनके योगदान के लिए उन्हें वर्ष 1976 में पद्म भूषण और 2017 पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया था। राव पहले भारतीय वैज्ञानिक हैं जिन्हें 19 मार्च 2013 में वॉशिंगटन डीसी के प्रतिष्ठित ‘सेटेलाइट हॉल अॉफ फेम’ में शामिल किया गया और मैक्सिको के ग्वाडलाजारा में ‘आईएएफ हॉल अॉफ फेम’ में शामिल करके सम्मानित किया गया।