काफी विरोध प्रदर्शनों और हलचल के बाद केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) यानी सेंसर बोर्ड की समीक्षा समिति ने फिल्म के प्रदर्शन की मंजूरी दे दी है
मधुर भंडारकर की विवादास्पद फिल्म ‘इंदु सरकार’ बहुत जल्द सिनेमाघरों में दर्शकों से मिलने के लिए तैयार है। काफी विरोध प्रदर्शनों और हलचल के बाद केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) यानी सेंसर बोर्ड की समीक्षा समिति ने फिल्म के प्रदर्शन की मंजूरी दे दी है। ‘इंदु सरकार’ हिंदी फिल्म है, जो भंडारकर एंटरटेनमेंट और मेगा बॉलीवुड प्राइवेट लिमिटेड के बैनर के तहत संयुक्त ष्प से बनाई गई है। हाल ही में भंडारकर और इस फिल्म में प्रमुख भूमिका निभाने वाली अभिनेत्री कीर्ति कुल्हारी ने राजधानी दिल्ली में फिल्म का प्रमोशन किया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया के साथ बातचीत में मधुर ने अपने विचार साझा किए। फिल्म रिलीज और सेंसर के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘मैं सचमुच खुश हूं कि हम आगे बढ़ रहे हैं, कोई कटौती नहीं की गई है। मैं कह सकता हूं कि फिल्म का मुख्य सार अभी भी मौजूद है।’ सेंसर बोर्ड के अड़ियल रुख के बारे में पूछने उन्होंने कहा, ‘सेंसर बोर्ड ने कई फिल्म निर्माताओं को समस्या दी है, लेकिन मैं सेंसर की समिति की सराहना करता हूं, जिन्होंने कट दृश्यों को देखा और फिल्म के असली सार को बनाए रखने का प्रबंध किया। राजनीतिक विवाद के मामले में फिल्म को फिल्म के रूप में न देखें।’
दूसरी ओर, फिल्म के प्रदर्शन और इसके कामयाबी के बारे में आश्वस्त कीर्ति ने कहा, ‘मैं इस फिल्म का हिस्सा बनकर बहुत खुश हूं, और आखिरकार चीजों की बाधाओं के बाद हम सभी अपनी निर्धारित योजनाओं के अनुसार आगे जा रहे हैं। सेंसर की मंजूरी मिले के बाद से हमारी पूरी टीम वास्तव में बहुत खुश है।’ फिल्म में अपने किरदार के बारे में कीर्ति ने बताया, ‘मैं इंदु सरकार की लीड भूमिका हूं और यह फिल्म पूरी तरह से मेरे इर्दिगर्द घूमती है। यह फिल्म मेरे किरदार के बारे में सब कुछ बताती है कि कैसे वह कैसे खुद की खोज करती है।’
उल्लेखनीय है कि ‘इंदु सरकार’ भारत में आपातकाल के दौरान 1975 से 1977 के बीच के 21 महीने की लंबी अवधि पर आधारित है। फिल्म की कहानी में यह समय पृष्ठभूमि में है। कहानी में एक लड़की है इंदु, जो एक कवयित्री है और हकलाती है। वह शादी करना चाहती है। उसकी मुलाकात एक सरकारी अफसर से होती है, जो आपातकाल के दौरान सरकार के साथ काम कर रहा होता है। वे शादी करते हैं। ये पूरी कहानी उस संघर्ष की है कि आपाताकाल के समय उन पति-पत्नी के बीच क्या होता है। इसमें कीर्ति कुल्हारी, नील नितिन मुकेश, अनुपम खेर, तोता रॉय चौधरी और सुप्रिया विनोद अहम भूमिकाओं में हैं। हालांकि, मधुर भंडारकर फिल्म की कहानी को काल्पनिक बताते हैं, और सीबीएफसी से प्रदर्शन की मंजूरी मिलने से राहत महसूस कर रहे हैं। ‘इंदु सरकार’ 28 जुलाई को रिलीज होगी।