पूरे भारत में स्वतंत्रता दिवस का पर्व धूम धाम से मनाया जा रहा है। 71वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से पीएम नरेंद्र मोदी ने देश के संबोधन में नोटबंदी, सर्जिकल स्ट्राइकल, कश्मीर समस्या, भारत-चीन विवाद, आस्था के नाम पर हिंसा, तीन तलाक और गोरखपुर में हुई बच्चों की मौत जैसे अहम मुद्दों पर अपनी बात रखने के साथ ही ‘भारत जोड़ो’ का नारा दिया।
1. इनकम टैक्स देने वाले इंडिविजुअल की संख्या 56 लाख रही और इसी अवधि में पिछले साल 22 लाख थी। पूरे देश मे तीन तलाक के खिलाफ एक आंदोलन चल रहा है, जो मेरी बहने इसके खिलाफ लड़ रही हैं उनका अभिनंदन है। तीन साल में सवा लाख करोड़ का कालाधन ढूंढा और उसे सरेंडर करने के लिए मजबूर किया।
2. आस्था के नाम पर हिंसा गलत है, उस समय का नारा था ‘भारत छोड़ो’ अब नया नारा है ‘भारत जोड़ो’, जातिवाद और संप्रदायवाद को ख़त्म करना होगा। नोटबंदी से भ्रष्टाचार पर नकेल कसने में मदद मिली, तकनीक के जरिए भ्रष्टाचार और कालेधन से लड़ेंगे।
3. कश्मीर समस्या का हल न गाली न गोली से, बल्कि गले लगाने से होगा। आतंकवाद की लड़ाई में हम अकेले नहीं है, हमारे साथ कई देश हैं। 29 करोड़ गरीबों के बैंक खाते खुलें, 2.5 करोड़ महिलाओं को स्च्ळ कनेक्शन मिले।
4. तीन लाख कंपनियां मुखौटा कंपनियां हैं, पौने दो लाख मुखौटा कंपनियों का पंजीकरण रद्द किया गया, एक ही पते पर 400-400 कंपनियां चल रही थी, पूरी तरह मिलीभगत का खेल हो रहा था। पिछले तीन साल में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत करोड़ों नौजवानों ने अपने पैरों पर खड़े होकर रोजगार के अवसर पैदा किये।
5. किसान को बीज से लेकर बाजार तक की सुविधा उपलब्ध कराने के लिये एफडीआई नीति को उदार बनाने सहित अनेक कदम उठाये गये। प्रधानमंत्री ने जीएसटी, इतने कम समय में इतने बड़े देश में जीएसटी लागू होने पर उन्होंने गर्व जताया।