पार्किंग शुल्क में चार गुना वृद्धि
पड़ोसी राज्य पंजाब और हरियाणा में खेतों में जलती पराली से उठ रहे धुएं और यहां नमी के मेल से राजधानी आज ‘गैस चैंबर’ में तब्दील हो गयी. इसके चलते ने पार्किंग शुल्क में चार गुना वृद्धि करने और मेट्रो किराए कम करने समेत कुछ एहतियाती कदमों की घोषणा की. पंजाब और पड़ोसी हरियाणा में भी धुंध से मंगलवार को सामान्य जनजीवन पर असर पड़ते देखा गया.
धुंध से दिल्ली में दृश्यता का स्तर कम होने की वजह से ट्रेन और विमान परिचालन पर प्रतिकूल असर पड़ा. खराब आवोहबा की वजह से बाहर ही नहीं अंदर भी और यहां तक कि भूमिगत मेट्रो स्टेशनों पर भी लोगों को सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार की शाम ऐलान किया कि राजधानी के प्राथमिक स्कूल कल बंद रहेंगे.
वहीं सुप्रीम कोर्ट की सिफारिश पर बनाये गए पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम और नियंत्रण) प्राधिकरण ने भी दिल्ली और आसपास के राज्यों को निर्देश दिया कि इस संकट की स्थिति में वाहन चलाने की ऑड-इवेन योजना की तरह के और कदम लागू करने की तैयारी शुरू की जाए. वायु गुणवत्ता सूचकांक 500 के पैमाने पर 448 अंक के साथ गंभीर स्तर पर मापा गया. इस साल दूसरी बार यह इस श्रेणी में गया है. इससे पहले 20 अक्तूबर को दीवाली की आतिशबाजी के बाद प्रदूषण का स्तर चरम पर था.
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा की सरकारों से नाराजगी जताई. उसने सवाल पूछा कि इस तरह के हालात बनने का पूर्वानुमान होने के बाद भी रोकथाम के लिए कदम क्यों नहीं उठाये गये.
दिल्ली सरकार प्रदूषण का स्तर अत्यधिक रहने तक स्कूलों को बंद रखने पर विचार कर रही है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली गैस चैंबर बन गयी है. हर साल इस अवधि में यही होता है. हमें पड़ोसी राज्यों में फसलों की पराली जलाने के मुद्दे का समाधान खोजना होगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रदूषण के उच्च स्तर को देखते हुए मैंने शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया से कुछ दिन तक स्कूल बंद रखने पर विचार करने का अनुरोध किया है.’’