इकलौते बेटे ने चुन ली धर्म की राह और बन गया मौलाना
दाऊद इब्राहिम यानि खौफ का दूसरा नाम, अंडरवर्ल्ड का बेताज बादशाह, अपराध की राह पर चल कर डोंगरी से दुबई तक का सफर करने वाला और मानवता का गुनाहगार. दाऊद, पाकिस्तान में है ये बात किसी से छुपी नहीं है भले ही पाकिस्तान ने कभी इसको स्वीकार नहीं किया. इन दिनों वो परेशान है और उसकी परेशानी का कारण है खुद उसका परिवार.
उसके इकलौते बेटे ने धर्म की राह चुन ली है और मौलाना बन गया है. दाऊद के बेटे का नाम है मोइन नवाज डी कास्कर और अब उसे हाफिज-ए-कुरान कहा जाता है. मोइन का परिवार भी उसी के साथ रहने चला गया है. मस्जिद प्रबंधन ने उसे एक घर दिया है जिसके लिए उसने पिता दाऊद के घर को छोड़ दिया है.
दाऊद के भाई इकबाल कास्कर ने खुलासा किया है कि दाऊद इस कारण भीतर तक टूट गया है और डिप्रेशन में चला गया है. दाऊद, मोइन से इतना प्यार करता है कि उसने अपने बंगले का नाम भी उसी के नाम पर रखा था. अब वो एक ऐसा बूढा बाप है जिसका बेटा भी उसे छोड़ कर चला गया है.
दाऊद 4 बच्चों का पिता बना लेकिन अब कोई भी उसके साथ नहीं है. उसकी सबसे छोटी बेटी का निधन 1998 में मलेरिया के कारण हो गया था. उसकी सबसे बड़ी बेटी माहरुख की शादी पाकिस्तानी क्रिकेटर जावेद मियांदाद के बेटे जुनैद के साथ हुई थी. दाऊद की दूसरी बेटी का नाम है माहरीन जिसके पति का नाम अयूब है. दाऊद के बेटे मोइन की पत्नी का नाम है सानिया.
मोइन पढ़ा लिखा है, उसने बिजनेस मैनेजमैंट की पढ़ाई की है लेकिन वह शुरु से थोड़ा ज्यादा धार्मिक था. जैसे-जैसे दाऊद अपराध की दुनिया में भीतर तक घुस रहा था, वैसे-वैसे मोइन धर्म के रास्ते पर आगे बढ़ रहा था. फिर एक दिन उसने सोच लिया कि वो पिता के किसी भी काले-सफेद से दूर अपनी अलग दुनिया में रहेगा. वह घर छोड़ कर निकल गया. जो घर मस्जिद प्रबंधन ने दिया उसी में रहने लगा. परिवार ने काफी समझाया लेकिन जब वो नहीं माना तो उसका परिवार भी उसी के साथ रहने के लिए पहुंच गया.