खराब मशीनों को तत्काल बदलवाया गया
यूपी निकाय चुनाव के दूसरे चरण में राजधानी लखनऊ के कई मतदान केंद्रों से ईवीएम मशीनों में खराबी की बात सामने आई है। इस मौके पर लखनऊ के डीएम कौशल राज शर्मा ने बताया की जिन ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी की शिकायतें आई हैं। उन्हें तत्काल बदलवा दिया गया है। साथ ही उन्होंने बताया की साफ-सुथरे तरीके से मतदान प्रक्रिया को संपन्न कराना प्रशासन की प्राथमिकता में शामिल है।
यूपी निकाय चुनाव के दूसरे चरण की मतदान प्रक्रिया जारी है। इसी क्रम में आज राजधानी लखनऊ के कई मतदान केंद्रों से ईवीएम मशीनों में खराबी सहित धांधली की भी शिकायतें सामने आ रही हैं। इस मौके पर डीएम कौशल राज शर्मा ने बताया की जिन मतदान केंद्रों से ईवीएम मशीनों में खराबी की बात सामने आई है। उन्हें तत्काल बदलवा दिया गया है। उन्होंने बताया की अब तक कुल 25 ईवीएम मशीन मशीनों में गड़बड़ी की शिकायतें आई हैं। साथ ही काकोरी के मतदान केंद्र में पीठासीन अधिकारी द्वारा वीडियोग्राफी करने के मामले में उन पर कार्यवाही की गई है और वहां पर दूसरा पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया गया है।
राजधानी लखनऊ में निकाय चुनाव के मौके पर सामने आ रही तमाम शिकायतों के बीच डीएम ने चुनाव की शुचिता को लेकर किया आश्वस्त। राजधानी लखनऊ के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया की जिन मतदान केंद्रों से फर्जी वोटिंग की शिकायतें आ रही हैं।इसमे सच्चाई नही है।यह केवल कुछ शरारती तत्वों द्वारा फैलाई गई अफवाह मात्र हैं। उन्होंने बताया की जिन लोगों के नाम वोटर लिस्ट से गायब हैं। वह मतदान नहीं कर पाएंगे।
मीडिया से बात करते हुए डीएम कौशलराज शर्मा ने बताया की निकाय चुनाव की वोटर लिस्ट, विधान सभा चुनाव से अलग होती है। इसको लेकर जो भ्रम फैला हुआ है। उसको बातचीत के माध्यम से समझाने का प्रयास किया जा रहा है। माल एवेन्यू में कई लोगो के वोटर लिस्ट में नाम न होने पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा की जिन लोगों ने मतदाता पुनरीक्षण अभियान के तहत अपना नाम दर्ज करवाने के लिए आवेदन किया था। उनके नाम वोटर लिस्ट में जोड़ दिए गए हैं। यदि फिर भी कहीं पर किसी का नाम वोटर लिस्ट में दर्द होने से छूट गया है तो यह गंभीर लापरवाही है।चुनाव बाद इसकी जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं इंदिरा नगर और विकास नगर में एक प्रत्याशी और सुरक्षा बलों के बीच हुई नोकझोक को लेकर उन्होंने कहा कि प्रत्याशी को फर्जी वोटिंग का शक था। जिस पर सुरक्षा बलों से उनकी कहासुनी हुई थी। हालांकि बाद में सुरक्षाबलों ने बातचीत से कर उन्हें वोटिंग केंद्र से बाहर भेज दिया।