मानसी गुलाटी ने बाघा बॉर्डर पर BSF जवानों को योग सेवाएं प्रदान की
भारत-पाकिस्तान स्थित अटारी और बाघा बॉर्डर पर 29 नवंबर 2017 को अंतर्राष्ट्रीय योग गुरु और संसार की सबसे बड़ी फेस योगा एक्सपर्ट मानसी गुलाटी जी, जो भारत मां की बेटी के रूप में पहचान रखती है। देश की सबसे फेमस योग गुरु, जो आने वाले समय में देश और दुनिया के लिए और मानवता के लिए बदले हुए वक्त की नई पहचान बनेंगी। उन्हीं मानसी गुलाटी जी को भारत सरकार ने पाकिस्तान और भारत स्थित बॉर्डर पर निमंत्रित कर बीएसएफ जवानों को उनकी योग की सेवाएं प्रदान करवाई और उनको दुनिया में महान बदलाव के लिए शुभकामनाएं भी प्रदान की।
योग शब्द संस्कृत धातु ‘युज’ से निकला है, जिसका मतलब है व्यक्तिगत चेतना या आत्मा का सार्वभौमिक चेतना या रूह से मिलन। योग, भारतीय ज्ञान की पांच हजार वर्ष पुरानी शैली है। हालांकि कई लोग योग को केवल शारीरिक व्यायाम ही मानते हैं, जहाँ लोग शरीर को मोडते, मरोड़ते, खिंचते हैं और श्वास लेने के जटिल तरीके अपनाते हैं। यह वास्तव में केवल मनुष्य के मन और आत्मा की अनंत क्षमता का खुलासा करने वाले इस गहन विज्ञान के सबसे सतही पहलू हैं। योग विज्ञान में जीवन शैली का पूर्ण सार आत्मसात किया गया है।
सांस का नियंत्रण और विस्तार करना ही प्राणायाम है। साँस लेने की उचित तकनीकों का अभ्यास रक्त और मस्तिष्क को अधिक ऑक्सीजन देने के लिए, अंततः प्राण या महत्वपूर्ण जीवन ऊर्जा को नियंत्रित करने में मदद करता है । प्राणायाम भी विभिन्न योग आसन के साथ साथ चलता जाता है। योग आसन और प्राणायाम का संयोग शरीर और मन के लिए, शुद्धि और आत्म अनुशासन का उच्चतम रूप माना गया है। प्राणायाम तकनीक हमें ध्यान का एक गहरा अनुभव प्राप्त करने हेतु भी तैयार करती है।
सूक्ष्म योग एक प्रभावशाली माध्यम है, जो व्यायाम न करने व तनाव के कारण हमारी जकड़ी हुई माँसपेशियों को लचीला बनाता है। चेहरे का योगाभ्यास कुछ ही क्षणों में आपके चेहरे को नवजीवन प्रदान करता है; ओजस्वी बनाता है, माँसपेशीयों व नाड़ियों को आराम देता है। तो आइये कुछ आसान व प्रभावशाली योग प्रक्रिया करते हैं :
उम्र का असर सबसे पहले चेहरे पर आता है। अधिक उम्र नहीं हुई है फिर भी शहरी प्रदूषण के कारण चेहरा मुरझा सा गया है। ऐसे में हो सकता है कि ‘फेस योग’ आपके लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।