नई दिल्ली: दुनिया के सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिकों में शामिल स्टीफन हॉकिंग का 76 साल की उम्र में निधन हो गया है. ‘अ ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ टाइम’ किताब के इस लेखक के परिवार के एक सदस्य ने ये जानकारी दी है. उनकी बेटी लूसी, बेटे रॉबर्ड और टिम ने एक बयान में कहा, “हम बेहद दुखी हैं कि हमारे पिता अब नहीं रहे. वो एक महान वैज्ञानिक थे और एक अद्भुत इंसान भी थे. उनका काम लोगों के बीच अमर रहेगा.”
बयान में आगे कहा गया है कि अगर ये ब्रह्माण्ड उन लोगों का घर नहीं होता जिन्हें आप चाहते हैं तो ये बहुत महत्व का नहीं होता. हम उन्हें हमेशा याद रखेंगे. हॉकिंग एक ब्रह्मांड विज्ञानी थे. आपको बता दें कि साल 2014 में उनके ऊपर एक फिल्म बनी थी जिसका नाम ‘द थ्योरी ऑफ एवरीथिंग’ था. फिल्म में एडी रेडमायने ने हॉकिंग की ऐतिहासिक भूमिका निभाई थी. इसके लिए रेडमायने को बेस्ट एक्टर का ऑस्कर भी मिला था.
हॉकिंग motor neurone की बीमारी से पीड़ित थे. उन्हें ये बीमारी 1963 में हुई थी. जब उन्हें ये बीमारी हुई तब वो अपनी युवा अवस्था में थे. बीमारी के बाद उन्हें बताया गया कि उनके पास जीने के लिए महज़ दो साल और बचे हैं. लेकिन ये जानते हुए भी वो पढ़ाई करने के लिए केम्ब्रिज चले गए और अपने काम से अलबर्ट आइंस्टाइन जैसा कद हासिल किया.