नई दिल्ली:अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद स्वामित्व विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई है. सभी काग़जी कार्रवाई और अनुवाद का काम पूरा हो गया है. इससे पहले की सुनवाई में अदालत ने 14 मार्च से लगातार सुनवाई करने की बात कही थी.
8 मार्च को सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार के सामने हुई मीटिंग में सभी पक्षों ने कहा कि काग़जी कार्रवाई और अनुवाद का काम लगभग पूरा हो गया है.अब जब काग़जी कार्रवाई और अनुवाद का काम पूरा हो गया है तो कोर्ट ये तय करेगा कि इस मामले की सुनवाई की आगे की रूपरेखा क्या होगी.
मामले से जुड़ी धार्मिक भावनाओं को देखते हुए कोर्ट ने कहा था, “ये मामला एक ज़मीन विवाद है, हम इसे उसी तरह देखेंगे.” इस टिप्पणी के ज़रिए कोर्ट ने सभी पक्षों के वकीलों को ये संदेश दिया था कि वो कोर्ट में तथ्यों के आधार पर जिरह करें, भावनात्मक दलीलें न दें. मामला 7 साल से लंबित है.
30 सितंबर 2010 को इस मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट का फैसला आया था. हाई कोर्ट ने विवादित जगह पर मस्ज़िद से पहले हिन्दू मंदिर होने की बात मानी थी लेकिन ज़मीन को रामलला विराजमान, निर्मोही अखाडा और सुन्नी वक्फ बोर्ड के बीच बांटने का आदेश दे दिया था. इसके खिलाफ सभी पक्ष सुप्रीम कोर्ट पहुंचे, तब से ये मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है.