रूस में चौथी बार व्लादिमीर पुतिन ने राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल कर ली है. पुतिन को 75 फीसदी वोट मिले हैं. भारी मतों के साथ जीत सुनिश्चित होने के साथ ही पुतिन ने मास्को में अपने समर्थकों को संबोधित किया. उन्होंने वोटरों को धन्यवाद देते हुए कहा कि रूसी लोगों ने उन्हें वोट देकर उनके प्रति विश्वास और उम्मीद जताई है.
रुस में राष्ट्रपति का कार्यकाल 6 वर्षों का होता है, इसका मतलब है कि पुतिन 2024 तक रूस के राष्ट्रपति बने रहेंगे. इस चुनाव में मुख्य विपक्षी नेता अलेक्सई नवालनी को प्रतिबंधित कर दिया गया था.
मालूम हो कि पुतिन पहले ही जोसेफ स्टालिन के बाद सबसे लंबे समय तक इस पद पर रहने वाले नेता बन चुके हैं, इस जीत के बाद वह वर्ष 2024 तक राष्ट्रपति पद पर रहेंगे. रूसी राष्ट्रपति बनने की दौड़ में पुतिन को टक्क्र देने के लिए चुनावी मैदान में कम्युनिस्ट पार्टी के पावेल ग्रुदिनिन थे. लेकिन उन्हें 13 फीसदी ही वोट मिले. उनके अलावा नेशनलिस्ट पार्टी के व्लादिमीर जिरिनोवस्की चुनावी मैदान में थे. उन्हें महज 6 फीसदी ही वोट मिले. पुतिन के खिलाफ मैदान में कुल सात उम्मीदवार थे. लेकिन कोई पुतिन को टक्कर नहीं दे पाया. वहीं मुख्य विपक्षी नेता एलेक्सी नवालनी को चुनाव से प्रतिबंधित कर दिया गया था. सेनिया सोबचाक को 2 फीसदी वोट मिले.
व्लादिमीर पुतिन पहली बार वर्ष 2000 में रूस के राष्ट्रपति बने. पुतिन ने पहली बार सात मई, 2000 को राष्ट्रपति पद संभाला. उनके चार-चार साल के दो कार्यकाल मई 2008 में समाप्त हुए. इसके बाद वह 8 मई, 2008 को रूस के प्रधानमंत्री बने. वह 2012 में राष्ट्रपति बनने से पहले तक प्रधानमंत्री रहे. इससे पहले भी वह 1999 से 2000 तक प्रधानमंत्री रह चुके थे. पुतिन का जन्म 7 अक्टूबर, 1952 को हुआ था.