संसद के बजट सत्र के दूसरे हिस्से का 12वां दिन है. आज भी लोकसभा में टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस की ओर से अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया गया था लेकिन हंगामे की वजह से प्रस्ताव को सदन में नहीं रखा जा सका. इससे पहले दिए गए नोटिस पर सोमवार और शुक्रवार को भी चर्चा नहीं हो सकी थी. मंगलवार को सांसद जेपी यादव की ओर से लोकसभा में दिए स्थगन प्रस्ताव को भी स्पीकर ने अस्वीकार कर दिया. लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन को लेकर अब तक कई पार्टियों का रुख साफ नहीं हैं. वाईएसआर कांग्रेस के सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी ने कहा है कि हम लोकसभा स्पीकर से निवेदन करते हैं कि हमें अविश्वास प्रस्ताव लाने दें, बजट सत्र में अविश्वास प्रस्ताव पर हो चर्चा हो.
बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत से ही आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा, कावेरी, पीएनबी समेत कई अन्य मुद्दों पर विभिन्न दलों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही नहीं चल पा रही है. एक बार के स्थगत के बाद 12 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन में व्यवस्था नहीं होने का हवाला देते हुए तेलुगू देशम पार्टी के टी नरसिंहन और वाईएसआर कांग्रेस के वाई बी सुब्बारेड्डी द्वारा सरकार के खिलाफ लाये गये अविश्वास प्रस्ताव को आगे बढ़ाने में असमर्थता जताई. वहीं कांग्रेस, माकपा और राकांपा आदि दलों के सदस्यों की जोरदार नारेबाजी के चलते विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का पूरा बयान नहीं हो पाया. लोकसभा अध्यक्ष ने इस पर दुख प्रकट किया. प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए इसे कम से कम 50 सदस्यों का समर्थन होना चाहिए.