शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में कहा गया पीएम मोदी ने चीन दौरे पर वहां आतंकवाद और सीमा उल्लंघन पर कोई बात नहीं की है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीन दौरे पर कांग्रेस के साथ साथ दूसरे विपक्षी दल जम के सवाल खड़े कर रहे हैं, वहीं अब इस दौरे पर बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने भी मोदी सरकार तंज कसा है. शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में कहा गया है कि पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का विचार था- युद्ध नहीं, पर बुद्ध होना चाहिए’ और पीएम मोदी को यही विचार रास आ गया है.
पीएम के दौरे को लेकर सामना में लिखा गया है कि पीएम मोदी ने वहां आतंकवाद और सीमा उल्लंघन पर कोई बात नहीं की है. इसके साथ ही ये भी लिखा है कि पाकिस्तान के आतंकवाद को चीन पाल रहा है, लेकिन चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने एक शब्द नहीं बोला.
सामना में ये भी लिखा गया है कि पीएम मोदी को चीन की सीमा पर शांति चाहिए. पीएम मोदी की नीति को चुनाव से जोड़ते हुए लिखा गया, ‘एक बार चुनाव होने दो फिर उसे देखने वाली पीएम मोदी की नीति दिखाई दे रही है.’
इस सामना में पीएम मोदी को जवाहर लाल नेहरू और चीन की दोस्ती से जोड़कर देखा गया. और लिखा गया है कि पंडित नेहरू को चीन से दोस्ती महंगी पड़ी थी. पीएम मोदी पंडित नेहरु पर टिप्पणी का एक भी मौका नहीं छोड़ते हैं, लेकिन अब वह उनकी तरह ही समस्या के हल की कोशिश कर रहे हैं.
बताते चले, कि पीएम मोदी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलने चीन दो दिवसीय अनौपचारिक दौरे पर गए थे. वहां उन्होंने राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ चार दौर की बातचीत की. हालांकि, इस दौरान कोई आधिकारिक बात नहीं हुई. वही विदेश मंत्रालय ने माने तो पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच सीमा समस्या हल करने और आतंकवाद से निपटने को लेकर बातचीत हुई.
गौरतलब है कि हालही में शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने मुखपत्र सामना को दिए इंटरव्यू में कहा था कि अच्छे दिन सिर्फ सरकारी विज्ञापनों में आए हैं. ठाकरे ने मोदी सरकार को GST लागू करने के तरिके की भी आलोचना की थी और साथ ही नोट बंदी पर भी सरकार को घेरा था.