बैल पर बहार आये पत्रकार उपेंद्र राय
प्रवर्तन निदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी की साजिशों के तहत गिरफ्तार किए गए वरिष्ठ पत्रकार उपेंद्र राय को आज जमानत मिल गई. उपेंद्र राय को कुछ संदिग्ध वित्तीय लेन-देन करने और एयरपोर्ट में प्रवेश के लिए अनधिकृत पास रखने का आरोप लगाकर गिरफ्तार किया गया था. बाद में कई सारी एजेंसीज, ईडी से लेकर सीबीआई तक, ने मिलकर उपेंद्र के परिजनों और वकीलों को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था.
सीबीआई से लेकर ईडी तक की टीमों ने उपेंद्र राय और उनके परिचितों-परिजनों के ठिकानों पर छापेमारी की. कुछ जगहों पर तो अड़तालीस घंटों तक उपेंद्र के परिजनों को घर में एक तरह से बंधक बनाए रखा. कुछ परिचितों को रोजाना एजेंसी के आफिस में बुलाकर प्रताड़ित किया जाता रहा.
ऐसी भी कुछ खबरें बड़े अखबारों-चैनलों में प्लांट कराई गईं ताकि उपेंद्र राय के करीबी और परिजन उनसे अलग हो जाएं. कुछ मीडिया हाउसों को साधकर उनके यहां पेड न्यूज टाइप की खबरें उपेंद्र राय के खिलाफ प्रकाशित-प्रसारित करवाई गईं जिससे उपेंद्र राय को देश का सबसे बड़ा खलनायक घोषित किया जा सके.
प्रवर्तन निदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी की साजिशों के तहत गिरफ्तार किए गए वरिष्ठ पत्रकार उपेंद्र राय को आज जमानत मिल गई. उपेंद्र राय को कुछ संदिग्ध वित्तीय लेन-देन करने और एयरपोर्ट में प्रवेश के लिए अनधिकृत पास रखने का आरोप लगाकर गिरफ्तार किया गया था. बाद में कई सारी एजेंसीज, ईडी से लेकर सीबीआई तक, ने मिलकर उपेंद्र के परिजनों और वकीलों को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था.
सीबीआई से लेकर ईडी तक की टीमों ने उपेंद्र राय और उनके परिचितों-परिजनों के ठिकानों पर छापेमारी की. कुछ जगहों पर तो अड़तालीस घंटों तक उपेंद्र के परिजनों को घर में एक तरह से बंधक बनाए रखा. कुछ परिचितों को रोजाना एजेंसी के आफिस में बुलाकर प्रताड़ित किया जाता रहा.
ऐसी भी कुछ खबरें बड़े अखबारों-चैनलों में प्लांट कराई गईं ताकि उपेंद्र राय के करीबी और परिजन उनसे अलग हो जाएं. कुछ मीडिया हाउसों को साधकर उनके यहां पेड न्यूज टाइप की खबरें उपेंद्र राय के खिलाफ प्रकाशित-प्रसारित करवाई गईं जिससे उपेंद्र राय को देश का सबसे बड़ा खलनायक घोषित किया जा सके.
लेकिन जब पत्रकारों को पता चला कि उपेंद्र राय को एक ईडी अफसर के भ्रष्टाचार के खिलाफ लिखने के कारण साजिशन गिरफ्तार कर प्रताड़ित किया जा रहा है तो हर तरफ से आवाज उठनी शुरू हुई. जिलों-जिलों में पत्रकारों ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन अधिकारियों को सौंपा और उपेंद्र राय व उनके परिचितों-परिजनों की प्रताड़ना बंद करने की मांग की.
इस बीच, कोर्ट में जांच एजेंसीज उपेंद्र राय की जमानत की याचिकाओं का विरोध तो करती रहीं लेकिन वे कोई ऐसा प्रमाण कोर्ट को न उपलब्ध करा पातीं जिससे कोर्ट को उपेंद्र राय को जमानत न देने का तनिक आधार मिल पाता. इसी कड़ी में कल और आज दो दिन हुई सुनवाई के बाद अदालत ने जांच एजेंसीज के जमानत न दिए जाने के पक्ष में पेश किए गए दावों को निराधार मानते हुए उपेंद्र राय को जमानत दे दी.