तारा कॉरपोरेट लिमिटेड के संस्थापक चार्टर एकाउंटेंट राजेश वर्मा के द्वारा लक्ष्मी नगर में तारा कॉरपोरेट लिमिटेड के माध्यम से कौशल विकास का कार्यक्रम चलाया जा रहा है जो कि देश के युवाओं को रोजगार देने में सहायता दे रहा है।
तारक कॉरपोरेट के द्वारा प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाता है और उनकी कार्यक्षमता को विकसित कर रोजगार की दिशा में प्रेरित किया जाता है। पेशे से चार्टर अकाउंट राजेश वर्मा ने बताया कि उन्होंने एक सकारात्मक कार्य का बीड़ा उठाया है और देश के युवाओं को रोजगार देने के लिए प्रतिबद्ध होकर काम कर रहे है।
तारा कारपोरेट लिमिटेड के माध्यम से राजेश वर्मा ने देश के कई हिस्सों जैसे कर्नाटक, बिहार, आंध्र प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश के कुछ जिलों में प्रधानमंत्री रोजगार योजना के तहत देश के युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार दिलाने का प्रयास किया साथ ही साथ दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल विकास योजना के माध्यम से देश की ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार देने का सराहनीय कार्य किया है।
इसके साथ-साथ गुरु NGO के माध्यम से उन्होंने देश के अधिकांश एनजीओ को निशुल्क सहायता जैसे, लीगल एडवाइजर, फंडिंग, नए नियम कानून आदि विभिन्न प्रकार की सुविधाएं मुहैया कराने का बीड़ा उठाया है। गुरु NGO के माध्यम से देश के किसी भी NGO को किसी भी तरह से होने वाली समस्याओं को चाहे वह फंडिंग से रिलेटेड हो या एनजीओ बनाने से इन तमाम प्रकार की समस्याओं का किस तरह निदान किया जाए इसकी सहायता दी जाती है।
देश के अधिकांश एनजीओ को एक साथ करने का प्रयास किया जा रहा है जो युवाओं के रोजगार से संबंधित है। जिससे देश का हर युवा रोजगार पा सके और देश का विकास हो सके।
समाज सेवा की तरफ अग्रसर हो रहे राजेश वर्मा ने कहा कि हमें अपने देश में स्किल डेवलपमेंट को बढ़ाना होगा तभी देश विकसित हो सकेंगा, सबसे बड़ी चीज उन्होंने बताया कि उनका जो ऑफिस कल्चर है आज बहुत ही अलग है क्योंकि भारतीय समाज का जिस तरह से पाश्चात्यी करण हो रहा है उससे निपटने के लिए आध्यात्म की तरफ जाना जरूरी है, क्योंकि हमें अपनी सभ्यता संस्कृति को बचा कर रखना है तभी एक बार फिर से भारत विश्व गुरु बन सकता है।
इसलिए उन्होंने बताया कि उनके ऑफिस में किसी भी तरह की गुड मॉर्निंग गुड आफ्टरनून गुड इवनिंग नहीं होता बल्कि राधे कृष्ण से उसकी शुरूआत होती। जिससे एक सकारात्मक ऊर्जा, सकारात्मक सोच विकसित होती है और मानसिक संतुलन बना रहता है।