केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने सोमवार को जानकारी दी कि संसद का मॉनसून सत्र अगले महीने 18 जुलाई को शुरू होगा. ये सत्र 18 जुलाई से लेकर 10 अगस्त तक चलेगा. सोमवार को संसद भवन में कैबिनेट कमेटी ऑन पार्लियामेंट्री अफेयर्स की बैठक हुई, जिसमें गृहमंत्री राजनाथ सिंह, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के अलावा रामविलास पासवान और प्रकाश जावड़ेकर भी मौजूद रहे.बता दें कि बजट सत्र पूरी तरह से विपक्ष के हंगामे के कारण धुल गया था, जिसके कारण कई महत्वपूर्ण बिल पास नहीं हो पाए थे. बजट सत्र में पेट्रोल-डीजल की कीमतों, आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जे समेत कई अन्य मुद्दों को लेकर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया था.
इस बार विपक्ष आने वाले मॉनसूत्र सत्र में मोदी सरकार को कई मुद्दों पर आक्रामक तरीके से घेर सकता है. जिसमें कश्मीर में लगातार हो रही घटनाएं, अचानक बीजेपी का सरकार गिरा राज्यपाल शासन लगा देना, कई जगह हुई लिंचिंग की घटनाओं को लेकर भी विपक्ष मोदी सरकार पर हमला बोल सकता है.
बता दे की मोदी सरकार का यह आखिरी मानसून सत्र है. विरोधी दल इस सत्र में सरकार को घेरने की पूरी कोशिशें कर सकती हैं.अगले वर्ष होने वाले आम चुनावों को ध्यान में रखते हुए सदन में विपक्ष अपनी एकजुटता प्रदर्शित करने की कोशिश भी कर सकता है. ताकि सदन के साथ-साथ पूरे देश में यह संदेश पहुंच सके कि विपक्ष अब मोदी सरकार के खिलाफ संगठित हो चुका है.