देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले में से एक पीएनबी घोटाले में मुख्य आरोपी नीरव मोदी की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. अंतरराष्ट्रीय एजेंसी इंटरपोल ने भारत की सिफारिश के बाद नीरव मोदी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर दिया है. यानी अब अगर नीरव मोदी दुनिया के किसी भी एयरपोर्ट पर दिखेगा तो उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया जाएगा.इंटरपोल के अंतर्गत कुल 192 देश आते हैं. अगर एक बार नीरव मोदी को गिरफ्तार कर लिया जाता है, तो उसे भारत लाने में आसानी होगी. हालांकि, ये इस पर निर्भर होगा कि नीरव मोदी किस देश में है और उस देश के भारत के साथ किस प्रकार के संबंध हैं.
इस रेड कॉर्नर नोटिस में सिर्फ नीरव मोदी ही नहीं बल्कि उसके भाई निशाल और सुभाष प्ररब के खिलाफ भी जारी हुआ है. ये दोनों भी नीरव मोदी की कंपनी में एक्सक्यूटिव थे. आपको बता दें कि नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक से करीब 13,000 करोड़ रुपए का घपला करने का आरोप है. नीरव ने फर्जी एलओयू जारी कर बैंक से लोन लिए और अब फरार हो गया.इंटरपोल ने अपनी वेबसाइट पर भी नीरव मोदी के खिलाफ जारी रेड कॉर्नर नोटिस की जानकारी दी है. हाल ही में ईडी ने अपनी चार्जशीट जारी करने के बाद इंटरपोल से इसकी सिफारिश की थी. इस नोटिस में नीरव मोदी की तस्वीर के साथ-साथ उसकी जानकारी और उसपर लगे चार्ज भी हैं.
आपको बता दें कि इससे पहले राजस्व सतर्कता एजेंसी डीआरआई ने सीमा शुल्क चोरी के एक मामले में भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी को ई मेल के जरिये गिरफ्तारी का वारंट भेजा था. अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि सूरत की एक अदालत ने इस मामले में पेश नहीं होने पर यह वारंट जारी किया है. राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) ने मार्च में नीरव मोदी और उनकी तीन कंपनियों के खिलाफ दंडात्मक कारवाई शुरू की थी. यह कार्रवाई उनकी विशेष आर्थिक क्षेत्र स्थित कंपनियों द्वारा शुल्क मुकत आयातित माल को नियमों से हटकर अन्यत्र इस्तेमाल किये जाने को लेकर शुरू की गई.