मारवा स्टूडियो से प्रतिवर्ष निकलकर बच्चे फिल्म इंडस्ट्री एवं फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में काफी नाम कमा रहे है छात्र
नोएडा : नोएडा में फिल्म सिटी का आधार स्तंभ कहे जाने वाले मारवा स्टूडियो में आज दिनांक 18 जुलाई 2018 को फैशन एंड डिजाइनिंग कोर्स के नए सत्र की शुरुआत की गई यह प्रोग्राम स्कूल आॅफ फैशन डिजाइनिंग के बच्चों के लिए आयोजित किया गया था। एशियन एकेडमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन के अंतर्गत ही स्कूल ऑफ फैशन डिजाइनिंग आता है, मारवाह स्टूडियो संस्थापक डॉक्टर संदीप मारवाह के साथ- साथ फैशन जगत की कई नामचीन हस्तियों ने शिरकत की जिसमें मुख्य रूप से मिस यूनिवर्स सृष्टि कौर (चाइल्ड कैटगरी) लिपीका सूद, दिनेश जांगिड, अंशु वार्ष्णेय, मिस मैगी, केसी शक्डवीप्पी, स्वाती मोडो, रितु लाल रही ।
मारवा स्टूडियो के संस्थापक संदीप मारवाह ने सभी के उज्जवल भविष्य की कामना की और मारवाह स्टूडियो में पढ़ाई करने के बाद फिल्म इंडस्ट्री एवं फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में नाम कमाने वाले कई जाने माने पूर्व छात्र मौजूद रहे। मारवा स्टूडियो से प्रतिवर्ष निकलकर बच्चे फिल्म इंडस्ट्री एवं फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में काफी नाम कमा रहे हैं दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई जिसमें फैशन डिजाइन से जुड़े हुए कई नामचीन हस्तियां भी मौजूद रहे और उन्होंने अपने अपने विचार व्यक्त किए।
फैशन आधुनिक समय में सबसे ग्लैमरस कैरियर ऑप्शन है जिसमें आप अपने कैरियर को उड़ान दे सकते हैं। मारवाह स्टूडियो के पूर्व छात्रों ने कहा कि मारवा स्टूडियो देश का ही नहीं वरन विश्व का एक ऐसा स्टूडियो है जो न्यूनतम फीस में अधिकतम सुविधाएं मुहैया करवाता है यहां पर भारत से ही नहीं बल्कि विश्व के कई देशों से भी बच्चे फैशन डिजाइन, मीडिया, पब्लिक रिलेशन एवं अन्य कई क्षेत्रों में अध्ययन अध्यापन के लिए आते हैं और यहां से पढ़ने के बाद कई क्षेत्रों में जाकर नाम रोशन करते हैं।
मारवाह स्टूडियो के संस्थापक संदीप मारवाह ने सभी को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। भारत में जिस प्रकार से पाश्चात्य सभ्यता संस्कृति का प्रभाव पड़ रहा है आने वाले समय में फैशन और डिजाइनिंग के कोर्स को लेकर के जो व्यापक बदलाव आएंगे उसमें बेहतर कैरियर अपनाया जा सकता है परंपरागत परिधानों में एवं आधुनिक परिधानों में कई प्रकार के बदलाव वर्तमान समय में देखने को मिल रहे हैं उन्हें बदलाव का बारीकी से अध्ययन करना फैशन डिजाइन का मूल उद्देश्य है। भारतीय परिधान एक शोध का विषय और दुनिया के हर परिधान से यह अलग है फैशन डिजाइन के क्षेत्र में भारत आज दुनिया के कई नामचीन देशों से भी आगे है