महाराष्ट्र में मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर चल रहा राज्यव्यापी प्रदर्शन हिंसक हो गया है. प्रदर्शनकारियों के पथराव में एक कांस्टेबल की मौत हो गई जबकि नौ अन्य जख्मी हो गए. आज मराठा क्रांति मोर्चा ने मुंबई बंद का आह्वान किया था. मुंबई में सुबह कई जगहों पर बेस्ट बसों पर पथराव किया गया. ठाणे में ट्रेनें रोक दी गईं. लेकिन दोपहर होते-होते हिंसा तेज होते देख मराठा क्रांति मोर्चा ने मुंबई बंद वापस ले लिया. हालांकि, ठाणे और नवी मुंबई में प्रदर्शन जारी रहेगा.औरंगाबाद में किसान जगन्नाथ सोनावने ने आरक्षण की मांग को लेकर जहर खा लिया. उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई.
नवी मुंबई में स्कूल-कॉलेज बंद रखे गए हैं. ठाणे और जोगेश्वरी में लोकल ट्रेनों को भी रोका गया. इस कारण लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा.बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने कई गाड़ियों को भी फूंक दिया था और दो प्रदर्शनकारियों ने खुदकुशी करने की कोशिश की.महाराष्ट्र बंद का सबसे ज्यादा असर औरंगाबाद और आसपास के जिलों में देखने को मिला है. जहां कल आरक्षण के पक्ष में निकाले गए मार्च के दौरान एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई थी. जहर खाने वाले दूसरे प्रदर्शनकारी की भी अस्पताल में मौत हो गई.
औरंगाबाद के कैगांव में 28 वर्षीय काकासाहेब दत्तात्रेय शिंदे ने सोमवार शाम आरक्षण की मांग को लेकर गोदावरी नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली थी, जिसकी प्रतिक्रिया में मंगलवार को कई जिलों में बंद किया गया. शिंदे के अंतिम संस्कार में उसके पैतृक गांव कानड से हजारों लोग इकट्ठे हुए. यहां गुस्साए मराठाओं ने शिवसेना के सांसद चंद्रकांत खरे का विरोध किया और उनके साथ धक्का-मुक्की की. वहीं कांग्रेस के विधान परिषद के सदस्य सुभाष जांबद के साथ भी धक्का-मुक्की की गई और उन्हें पुलिस सुरक्षा का सहारा लेना पड़ा.