नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार पर रोजगार को लेकर निशाना साधा. उन्होंने केद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि जो सवाल वो कर रहे हैं, यही सवाल पूरे देश का है. नितिन गडकरी ने पिछले दिनों आरक्षण और रोजगार को लेकर कहा था कि मान लीजिए आरक्षण दे दिया जाता है. लेकिन कोई नौकरी नहीं है. क्योंकि बैंकों में आईटी की वजह से नौकरियां घट गई हैं. सरकारी नियुक्तियां रुक गई हैं. नौकरियां कहां हैं?
नितिन गडकरी के इस बयान से संबंधित एक खबर को शेयर करते हुए राहुल ने ट्वीट किया, ”गडकरी जी अच्छा सवाल है. सभी भारतीय यही सवाल कर रहे हैं.” राहुल ने पिछले दिनों कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक में भी बेरोजगारी पर चर्चा की थी और कहा था कि इस मसले पर देशभर में प्रदर्शन किया जाएगा. उन्होंने ट्वीट कर कहा था, ”एक टीम की तरह, हमने देश की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की और इस बात पर जोर दिया कि भ्रष्टाचार व युवाओं को रोजगार देने में सरकार के विफल रहने जैसे मुद्दे जनता के बीच ले जाने के लिए कांग्रेस के पास बड़ा मौका है.”
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मराठा आरक्षण के मुद्दे पर कहा था, ”एक तरीके के लोगों का विचार ये है कि गरीब गरीब होता है. उसकी कोई जाति, पंथ या भाषा नहीं होती है. चाहे कोई भी धर्म हो- मुस्लिम, हिंदू या मराठा जाति, सभी समुदायों में एक हिस्सा ऐसा है जिसके पास पहनने के लिए कपड़े नहीं हैं, खाने के लिए भोजन नहीं है. वहीं एक दूसरा विचार यह भी है कि हमें हर समुदाय में गरीब वर्ग के सबसे गरीबों पर भी विचार करना चाहिए. यह एक सामाजिक-आर्थिक सोच है और इसका राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए.” हालांकि नितिन गडकरी ने बाद में ट्वीट कर सफाई दी. उन्होंने कहा कि सरकार आरक्षण के मापदंड को ‘जाति से आर्थिक परिस्थितियों’ में बदलने की योजना नहीं बना रही