नोएडा के मारवाह स्टूडियो में 27 सितंबर को इंटरनेशनल चैंबर आफ मीडिया एंड एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के सानिध्य में नेशनल टूरिज्म समिट का आयोजन किया गया जिसमें देश के जाने-माने प्रतिष्ठित गणमान्य लोगों ने अपनी गरिमामय उपस्थिति दर्ज कराई।
यह टूरिज्म समिति भारत के प्रति पर्यटकों के आकर्षण को और भी बढ़ाएगा भारत दुनिया के सबसे खूबसूरत देशों में से एक है जहां पर अनेकों सभ्यताएं संस्कृति या प्राकृतिक नजारे , ऐतिहासिक स्थल एवं गौरवशाली अतीत, पौराणिक, धार्मिक, हृदय को छू जाने वाले पर्यटन स्थल मौजूद हैं । भारत एक ऐसा देश है जो पूरे विश्व को अपने अंदर समेटे हुआ है। आज समय आ गया है भारत के पुराने खोए हुए गौरव को प्राप्त करने का जिसमें टूरिज्म बहुत बड़ा रोल अदा कर सकता है क्योंकि टूरिज्म किसी देश की सभ्यता, संस्कृति, प्रकृति का स्थाल, धार्मिक स्थल, गौरवशाली इतिहास को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने का कार्य करता है। विदेशी पर्यटक हमारे यहां आते हैं वह यहां की संस्कृति, यहां के प्राकृतिक वातावरण से प्रेरित होकर दुनिया के दूसरे देश में जाकर यहां का गुणगान करते हैं।
भारत दुनिया के सबसे खूबसूरत देशों में से एक है जहां पर सभी देशों की संस्कृति या भौगोलिक संरचनाएं, ऐतिहासिक स्थल, प्राकृतिक दृश्य मौजूद है जो पर्यटकों को चुंबक की तरह अपनी तरफ आकर्षित करते हैं। दुनिया के किसी भी देश का पर्यटक हो भारत आने के बाद वह इस तरह प्रभावित होता है कि यहां की सभ्यता संस्कृति को आत्मसात करने की दिशा में अग्रसर हो जाता है।
प्राचीन काल से ही भारत टूरिज्म के क्षेत्र में अग्रणी देश रहा है जहां पर कई विदेशी यात्रियों ने भारत का भ्रमण किया और यहीं पर अपना निवास स्थल भी बना लिया यह भारत की दूसरे संस्कृति को एक साथ लेकर चलने और भारत के उदर संस्कृति को दर्शाता है।
राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के अवसर पर अतिथि के रूप में मारवाह स्टूडियो के संस्थापक संदीप मारवाह एलपी पोनसोंग, उदय कुमार वर्मा , अमोलक रत्न कोहली, सुभाष गोयल, पद्मश्री भारती शिवाजी,
विनोद कुमार दुग्गल, डॉक्टर बेनी प्रसाद अग्रवाल, जैसे देश के गणमान्य व्यक्तित्व ने अपनी गरिमामय उपस्थिति दर्ज कराई
आइसीएमई के प्रेसिडेंट संदीप मारवाह ने कहां की टूरिज्म के साथ हमें अपने कल्चर का भी ध्यान रखना चाहिए भारत दुनिया का सबसे अच्छा टूरिस्ट प्लेस है जहां पर सस्ते और अच्छे जगह घूमने के लिए मौजूद यहां पर स्विट्जरलैंड का भी नजारा ले सकते हैं ,जम्मू कश्मीर जाकर अमेरिका का भी नजारा ले सकते हैं मुंबई से आकर, लंदन का भी नजारा ले सकते हैं दिल्ली में रहकर, पेरिस का मजा भी ले सकते हैं गोवा में जाकर एक शब्दों में कहें तो पूरा विश्व भारत में बसा हुआ।
भारतीय शिवाजी ने नमस्कार के शब्द अपने उद्बोधन को शुरू किया और संदीप मारवा को इस कार्यक्रम के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि हमें अपनी संस्कृति को भूलना नहीं चाहिए क्योंकि हमारी संस्कृति, हमारी सभ्यता ही हमारी पहचान है और हम अपने देश के टूरिज्म को तभी बढ़ा सकते हैं जब हम अच्छे हो, हमारे व्यवहार अच्छे और जो विदेशी सैलानी आते हैं उनके प्रति हमारे विचार अच्छे हो क्योंकि हम दूसरे देशों की लोगों को तभी आकर्षित कर सकते हैं जब हम उनका सम्मान करेंगे।
विनोद कुमार दुग्गल जी ने बताया कि आज के युवा प्रोफेशनल डिग्री लेकर जॉब की होड़ में लग जाते हैं लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि टूरिज्म में भी बहुत अच्छा कैरियर है और यहां पर वह सबसे अच्छा भविष्य का निर्माण कर सकते हैं विद्यार्थियों को इसके बारे में जानना चाहिए इससे अपने देश सभ्यता संस्कृति और सबसे बड़ी चीज की दूसरे देशों से देश के लोगों से संवाद स्थापित कर उनकी सभ्यता और संस्कृति को जानने का एक अच्छा अवसर भी मिलेगा।
पर्यटन से देशी आर्थिक दशा पर भी बहुत असर पड़ता है। आज भारत दुनिया के अग्रणी टूरिज्म देशों की श्रेणी में आता है और आने वाले समय में लगातार भारत में विदेशी पर्यटकों की बढ़ती हुई संख्या भारत की आर्थिक दशा पर भी सकारात्मक असर डाल रही है और यह भारत के लिए बड़े ही उत्साह का विषय है।