शैक्षणिक एवं सामाजिक सशक्तिकरण के क्षेत्र में अग्रणीय संस्था एकल अभियान ट्रस्ट को वर्ष 2017 का “गांधी शांति पुरस्कार” प्रदान किया गया।
एकल अभियान के ट्रस्टी श्री मांगीलाल जैन जी ने 26 फरवरी 2019 को “गाँधी शांति पुरस्कार-2017” भारत के राष्ट्रपति माननीय श्री रामनाथ कोविंद जी एवं माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा राष्ट्रपति भवन में सम्मान ग्रहण किया। यह एकल अभियान के लिए बड़े ही गर्व का विषय है।
एकल अभियान योजना की शुरुआत 1989 में 60 विद्यालय से झारखण्ड के गुमला अंचल से हुई थी। एकल अभियान भारतवर्ष के ग्रामीण, वनवासी, गिरीवासी तथा पिछड़े क्षेत्रों के विकास में विशेष भूमिका निभा रहा है। इन क्षेत्रों में शिक्षा के साथ-साथ संस्कार, आरोग्य, ग्राम विकास, स्वाभिमान जागरण एवं स्वावलंबन योजना भी चलाई जा रही है।
आज पूरे भारत वर्ष में 83249 एकल विद्यालय चल रहे है और 1 लाख एकल विद्यालय का लक्ष्य भी यह अभियान शीघ्र ही प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर है। वर्तमान में लगभग 22.59 लाख बच्चे एकल अभियान के अंतर्गत शिक्षा प्राप्त कर रहे है।
एकल अभियान वर्तमान समय में ग्रामीण एवं पिछड़े आदिवासी क्षेत्रों में समावेशी विकास की दिशा में कार्य कर रहा है जिसने पंचमुखी शिक्षा को आधार बनाकर उनके जीवन को स्वावलंबी बनाने की दिशा में प्रयासरत है। एकल अभियान का मुख्य उद्देश्य है शिक्षा के साथ-साथ संस्कार शिक्षा का विकास करना जिससे हम अपनी खोई हुई सांस्कृतिक विरासत को पुनः प्राप्त कर सकने में सक्षम होंगे।
एकल अभियान के लिए बड़ा ही गर्व का विषय है कि देश के प्रतिष्ठित गांधी शांति पुरस्कार 2017 को प्राप्त करने का उसे गौरव प्राप्त हुआ। एकल अभियान को आईएस इस पुरस्कार से बहुत ही सकारात्मक प्रोत्साहन मिलेगा। इस कार्यक्रम में भारत लोक शिक्षा परिषद् एवम् एकल अभियान के अन्य सहयोगी संस्थाओं के गणमान्य महानुभाव उपस्थित रहे।