अमेरिका की डोनाल्ड ट्रंप सरकार ने अमेरिका और ब्रिटेन जैसे विकसित देशों में भारत को ‘कर’ मुक्त व्यापार के लिये बनाए गए ‘जीएसपी’ प्रोग्राम से बाहर कर दिया है. दरअसल राष्ट्रपति ट्रंप का तर्क था कि भारत और तुर्की जैसे देश अमेरिका को ‘कर’ मुक्त निर्यात तो करते हैं पर आयात में भारी भरकम टैक्स लगा देते है. इसकी वजह से अमेरिका को बड़े पैमाने पर व्यापार घाटा होता है. भारत और तुर्की को पिछले साल अप्रैल माह में ‘जीएसपी’ प्रोग्राम पर एक समीक्षा की गई थी. जिसके बाद इस साल के अप्रैल माह में भारत को दी गई 2 माह की छूट खत्म होने के बाद यह फैसला लिया गया है.
वर्ष 1974 में विकासशील देशों के व्यापार और आर्थिक ढांचे को मजबूत करने के लिए बनाए गए ‘जर्नलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रिफरेंसेज’ यानी जीएसपी का गठन किया गया था. इसके तहत 129 देशों को अमेरिका और ब्रिटेन जैसे विकसित देशों में टैरिफ फ्री निर्यात का प्रावधान किया गया. जिससे इन देशों की अर्थव्यवस्था और इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधर सके. इस प्रावधान से इन देशों में 4800 से अधिक प्रोडक्ट निर्यात किये जाते हैं. इसके तहत भारत को 5.6 अरब डॉलर (40,000 करोड़ रुपए) के एक्सपोर्ट पर छूट मिलती है. भारत ने वर्ष 2017-18 में अमेरिका को 5.7 अरब डॉलर का निर्यात किया. इससे अमेरिका को भारत के साथ 1345 करोड़ रुपए का व्यापार घाटा हुआ.
इसके बाद अमेरिका राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा अमेरिकी हितों को देखते हुए भारत और तुर्की जैसे देशों पर ये कार्यवाई की गई. वैसे दूसरे देशों को दवाब में लेने के लिये अमेरिका की ये रणनीति नई नहीं है. अमेरिका पहले से ही चीन के साथ ट्रेड वार में उलझा हुआ है और भारत पर ये प्रतिबंध दोनो देशो के प्रगा़ढ़ होते संबंधों को बैकफुट पर धकेलने का काम करेंगे. भारत के खिलाफ इन अमेरिकी कदम को तब और बल मिला जब मेडिकल सेक्टर में अमेरिका से खरीदे गए उपकरणों के दाम मोदी सरकार ने फिक्स कर दिेए. जिससे अमेरिकी कंपनियों को होने वाला अनाप सनाप फायदा बंद हो गया. इसके अलावा अमेरिकी ई-कॉमर्स कंपनियों पर खुद के माल का निर्यात की सीमा 25 फीसद किए जाने का भी एक मुख्य कारण रहा है.
बहरहाल भारतीय अधिकारियों ने अमेरिका के इस कदम से भारत के ऊपर कोई बहुत बड़े प्रभाव से साफ मना किया है. डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनेने के बाद से ऐसे कई अमेरिकी हितों वाले कदम उठाए गए जिससे सामने वाली सरकारें असहज हो गई. भारत के ऊपर पहले रूस के साथ एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम खरीदने के बाद प्रतिबंध लगाने की बात हो या फिर ईरान से तेल के मसले पर प्रतिबंध की बात हो. भारत ने हर बार ऐसी ची़जो को दरकिनार कर एक साफगोई की मिसाल पेश की है.
ट्रंप ने भारत को GSP के तहत मिल रहे व्यापार लाभ को किया खत्म
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