दिल्ली: जनपथ स्थित होटल ली मेरेडियन में सीएसआर रीसर्च फाउंडेशन एवं भारत विकास परिषद् संयुक्त तत्वधान में कोरोना जैसी भयानक आपदा से साहस पूर्वक लड़कर उबरते भारत में एक दिन का विशेष कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया, जो अपने आप में प्रेरणादायक और भविष्य में किसी भी तरह की आपदा से लड़ने के लिए दृढ़ संकल्प के साथ देश को जागरूक करने से सम्बंधित था. कोरोना काल से उत्पन्न निराशा को दूर कर लोगों में उत्साह भरने की दिशा में यह अनूठा कार्यक्रम था. इस कार्यक्रम में लगभग 100 लोगों ने अपनी भागीदारी दी और कार्यक्रम से लाभान्वित हुए. केंद्रीय पर्यावरण, वन व जलवायु, उपभोक्ता, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री श्री अश्वनी कुमार चौबे ने सुबह के साढ़े दस बजे कार्यक्रम का उद्घाटन किया. विशेष अतिथि के तौर पर इस कार्यक्रम में केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री श्री रामदास अठावले, केंद्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, केंद्रीय आवास एवं शहरी राज्य मंत्री श्री कौशल किशोर, भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री नागमणीजी, सांसद धर्मवीर सिंह, सांसदसंजय भाटिया, पूर्व सांसद राजेश कुमार मांझी उपस्थित थे. कार्यक्रम शाम के पांच बजे तक चला. कार्यक्रम के मुख्य संयोजक सीएसआर रीसर्च फाउंडेशन के चेयरमैन सीए श्री दीनदयाल अग्रवाल ने सभी अतिथियों का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया.
उद्घाटन सत्र में मंच पर भारत विकास परिषद् के संगठन सचिव श्री सुरेश जैन, आइआइएफसीएल के चेयरमैन पीआर जय शंकर, सीएसआर रीसर्च फाउंडेशन के चेयरमैन सीए श्री दीनदयाल अग्रवाल, बैंक ऑफ़ महाराष्ट्रा के पूर्व निदेशक, यूआरएस वेरिफिकेशन प्रा0 लिमिटेड (नॉलेज पार्टनर) से श्री अंकुर संघल, चाणक्य वार्ता के संपादक डा0 अमित जैन, सीएसआर रीसर्च फाउंडेशन के सचिव श्री ललित अरोरा उपस्थित थे. इस सत्र में मंच का संचालन सीए राजेंद्र अरोरा ने किया, जबकि अंकुर संघल ने उपस्थित सभी लोगों को धन्यवाद देते हुए आभार जताया.
लगभग सभी वक्ताओं का मत था कि कोरोना का आक्रमण हमारे स्वास्थ्य एवं व्यवस्था के अलावे हमारी सोच और संस्कृति पर भी था. यद्द्पि प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने एक लम्बी और कुशल लड़ाई लड़ी है. सेल जैसी अनेक सार्वजनिक उपक्रमों ने ऑक्सीजन (प्राणवायु ), दवाइयां, बीएड आदि की व्यवस्था करने में भरपूर सहयोग दिया है. देश ने बहुत ही साहस एवं सुझबूझ से इस संकट को सम्हालने का प्रयास किया. लेकिन आपदा बड़ी और साधन कम थे. स्पष्टतः इस आपदा ने हमें सोचने एवं भविष्य के लिए सजगता के साथ तैयारी करने की चेतावनी भी दी. इसी चेतावनी को ध्यान में रखते हुए हमने एनजीओ द्वारा सीएसआर के तहत भविष्य में बड़ी भागीदारी के लिए तैयार करने का निर्णय लिया है ताकि संकट काल में एक व्यापक जन भागीदारी सुनिश्चित किया जा सके.
कार्यक्रम में उपस्थित अन्य प्रमुख लोगों में गुरुग्राम के कमिश्नर श्री राजीव रंजन (आईएएस), पूर्व कंट्रोलर, जनरल ऑफ़ अकाउंट श्री जी. पी. गुप्ता, बैंक ऑफ़ इंडिया के पूर्व निदेशक श्री बेनी थापर, टेक्नोक्रेटे श्री पंकज सौम्य चतुर्वेदी, टीएफसीआई के चेयरमैन श्री एस. रवि, ओएनजीसी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अजय दीक्षित, ओआईएल के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अशोक दास, बीपीसीएल के जीएम पुनीत गुप्ता, ओएनजीसी के पूर्व निदेशक श्री बी.पी. माहवार, अग्रवाल पैकर्स एंड मूवर्स लिमिटेड के रमेश अग्रवाल, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता श्री अनुराग ओझा, लेडी हार्डिंग के एचओडी (दन्त चिकित्सा) डॉ0 परवेश मेहरा, सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार भाटिया आदि उपस्थित थे. इनलोगों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को गरिमामय एवं ऊर्जावान बना दिया. कार्यक्रम के आयोजन में सीए गौरव अग्रवाल, सीए किशन गुप्ता, रवि सेठी, हेमंत बघेरिया, राहुल जिंदल, अभिषेक गुप्ता, पुनीत गोस्वामी, संतोष मंगल, विनोद गोयल आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
आपदा के समय एनजीओ, जन-भागीदारी पर सीएसआर रीसर्च फाउंडेशन एवं भारत विकास परिषद् द्वारा एक सेमिनार का आयोजन किया गया
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