बहुत कम लोग ही जानते हैं कि विजयसार की लकड़ी का इस्तेमाल डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल, चर्मरोग और
मोटापा कम करने के लिए किया जाता है। विजयसार की लकड़ी को इंडियन कीनो या मालाबार कीनो के नाम से भी जाना जाता है। ये खासकर डायबिटीज में फायदेमंद साबित होती है। विजयसार को सिर्फ आयुर्वेद ही नहीं मान्यता देता है बल्कि आधुनिक चिकित्सा विज्ञान भी इसे असरदार मानता है। कई डॉक्टर्स डायबिटीज या हाई कोलेस्ट्रॉल वाले पेशेंट को दवाई देने के बजाय विजयसार वुड टंबलर से पानी पीने के लिए कहते हैं। आइये जानते हैं विजयसार की लकड़ी के फायदे और इससे बने वुड टंबलर का सेवन कैसे किया जा सकता है?
उपयोग: विजयसार की लकड़ी से बने गिलास में पानी भरकर रात को सोने से पहले रख लें। अगली सुबह नाश्ता करने से पहले खाली पेट गिलास में रखे पानी को पी लें। आप देखेंगे कि रात भर पानी को ग्लास में छोड़ने के बाद पानी का रंग बदल जाता है। ये पानी एक महीने तक लगातार पीने से मधुमेह के रोगियों को बहुत फायदा होता है। इससे ब्लड शुगर लेवल कम करने में भी मदद मिलती है।
आयुर्वेद –
विजयसार की पत्तियों को पीसकर इसका लेप फोड़े-फुंसियों में लगाने से फायदा होता है। अगर विजयसार का गिलास ना हो तो एक गिलास पानी में इसकी लकड़ी का एक छोटा टुकड़ा डालकर रातभर के लिए रख दें और सुबह होने पर इस पानी को पी लें।
विजयसार की लकड़ी से इन रोगों में मिलता है लाभ
• मधुमेह को नियन्त्रित करने में सहायता करता है।
• हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है।
• शरीर में बधी हुई चर्बी को कम करके, वजन और मोटापे को भी कम करने में सहायक है।
• विजयसार की लकड़ी से जोडों के दर्द में राहत मिलती है। इसके अलावा ये हाथ-पैरों के कंपन्न में भी बहुत लाभदायक है।
दरअसल विजयसार के पेड़ की ऊंचाई 30 मीटर तक हो सकती है। इसकी लकड़ी आपको किसी भी आयुर्वेदिक औषधि की दुकान में मिल जाएगी। बात अगर इस लकड़ी के रंग की करें तो बता दें कि ये लकड़ी हल्के या फिर गहरे लाल रंग का होती है।
अगर आपको भी मधुमेह या फिर हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है तो एक बार विजयसार की लकड़ी से बनी गिलास का जरूर इस्तेमाल करें। इसे खरीदने के लिए आप नीचे दिए गए नंबर पर कॉल या व्हाट्सएप कर सकते हैं।