आज दिनांक 21 सितम्बर को सी.एस.आर. रिसर्च फाउंडेशन द्वारा THDC India Ltd & SEWA -THDC के सहयोग से STPP खुर्जा, जिला बुलंदशहर के तीन गावों डॉवर, नगलाकट और जावल मे मासिक धर्म स्वास्थ्य जागरूकता और सैनिटरी नैपकिन किट वितरण के लिए शैक्षिक कार्यशालाओं का आयोजन किया गया।
कोल इंडिया लिमिटेड के श्री कामेश कांत आचार्य, निदेशक (स्वतंत्र प्रभार) ने इस कार्यक्रम की सरहना करते हुआ कहा कि इस कार्यक्रम द्वारा मासिक धर्म एव महिलाओं के स्वास्थ्य की जागरुकता द्वारा एक महत्वपूर्ण सामाजिक बदलाव आएगा | जो महिलाओं के स्वास्थ्य और सम्मान को एक नए स्तर पर ले जाएगा आज आप सबकी भागीदारी के बिना यह संभव नहीं हो पाता। हम सब मिलकर इस मुद्दे पर जागरूकता फैलाएंगे और एक ऐसा समाज बनाएंगे, जहां हर महिला को अपनी स्वच्छता और स्वास्थ्य का अधिकार मिले।
सी.एस.आर. रिसर्च फाउंडेशन के चेयरमैन एवं बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र के पूर्व निदेशक श्री दीनदयाल अग्रवाल ने कहा कि हम सिर्फ एक प्रोजेक्ट की बात नहीं कर रहे हैं, बल्कि एक ऐसे बदलाव की शुरुआत कर रहे हैं, जो आने वाले समय में लाखों महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने मे सहायक होगा। नैपकिन परियोजना सिर्फ सैनिटरी नैपकिन का वितरण मात्र नहीं है,बल्कि यह एक ऐसी पहल है, जो हमारी बेटियों-बहनों और माताओं के जीवन में गरिमा और आत्म-सम्मान की भावना भरने का काम कर रही है।
टीएचडीसी आईएल के प्रबंधक श्री राकेश उनियाल ने कहा नैपकिन परियोजना के माध्यम से हम स्वच्छता और स्वास्थ्य के एक प्राकृतिक हिस्से को समाज की मुख्यधारा में लाने का प्रयास कर रहे हैं। इससे पहले यह जागरूकता अभियान तीन प्रभावित गाँव में चलाया जा चुका है, जिसके द्वारा एक हज़ार महिलाओं को शिक्षित किया गया है तथा आने वाले समय में सभी परियोजना प्रभावित 16 गाँव में यह कार्य पूर्ण किया जायेगा।
श्रीमती वंदना गोला ने कहा कि नैपकिन परियोजना ने सामाजिक वर्जनाओं को चुनौती देते हुए, मासिक धर्म स्वच्छता को एक सामान्य और स्वीकार्य चर्चा का हिस्सा बनाया है। हम महिलाओं को न केवल स्वच्छता का अधिकार प्रदान कर रहे हैं, बल्कि उनके स्वास्थ्य और आत्म-सम्मान को भी प्राथमिकता दे रहे हैं। इस जागरूकता को फैलाने में पुरुष समाज का योगदान सराहनीय है|
ग्राम प्रधान ने सी.एस.आर. रिसर्च फाउंडेशन और THDC INDIA LIMITED एवं SEWA -THDC का आभार व्यक्त करते हुए कहा की इस विषय को सार्वजनिक चर्चा का बिंदु बनाने के लिए बहुत साहस एवं मजबूत विश्वाश की आवश्यकता होती है| उन्होंने उपस्थित महिलाओं से आग्रह किया कि इस विषय को अपने दैनिक जीवन में चर्चा का विषय बनाये एवं महिलओं के जीवन को स्वस्थ एवं स्वच्छ बनाएं|
बुलंदशहर के तीन गावों डॉवर , नगलाकट और जावल में मासिक धर्म स्वास्थ्य जागरुकता और सैनिटरी नैपकिन किट वितरण के लिए शैक्षिक कार्यशालाओं का किया आयोजन
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