अखिलेश सर्कार में खनन मंत्री थे गायत्री प्रजापति
यूपी के मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति रेप केस में एसटीएफ ने सोमवार देर रात दो आरोपियों अशोक तिवारी और आशीष शुक्ला को नोएडा से अरेस्ट कर लिया। आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए दोनों को लखनऊ भेज दिया गया है। इस मामले में अब तक तीन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, पर मंत्री गायत्री प्रजापति का अब तक कुछ पता नहीं चल सका है। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट से गिरफ्तारी पर रोक की अर्जी खारिज होने के बाद माना जा रहा था कि वह सरेंडर कर सकते हैं, पर अब तक वह फरार ही चल रहे हैं।
गैंगरेप मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद यूपी पुलिस ने अखिलेश सरकार के मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की गिरफ्तारी के लिए धरपकड़ तेज कर दी है। नोएडा से अरेस्ट हुआ अशोक तिवारी मंत्री गायत्री प्रजापति का करीबी और रेप मामले के मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। पेशे से लेखपाल अशोक तिवारी पर अमेठी जिला प्रशासन निलंबन की कार्रवाई कर चुका है।
इससे पहले सोमवार को मंत्री के गनर और इस मामले में सहआरोपी चंद्रपाल की गिरफ्तारी हो चुकी है। एसटीएफ नोएडा के सीओ राजकुमार मिश्रा ने बताया कि सहआरोपी अशोक तिवारी और आशीष शुक्ला को गिरफ्तार कर नोएडा से लखनऊ भेजा गया है। इनकी नोएडा में होने की सूचना मिली थी। इस मामले के अन्य फरार आरोपियों की भी तलाश की जा रही है।
बता दें कि जब गायत्री प्रजापति खनन मंत्री बने थे, तभी से पूरे प्रदेश के खनन विभाग की जिम्मेदारी अशोक तिवारी के कंधे पर थी और पूरा हिसाब भी वही देखता था। अशोक तिवारी चित्रकूट का रहने वाला है और अमेठी तहसील में लेखपाल के पद पर तैनात था। गैंगरेप और यौनशोषण के आरोप में फरार चल रहे गायत्री प्रजापति और अन्य आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो चुका है। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने भी गिरफ्तारी पर रोक लगाने की प्रजापति की याचिका को खारिज करते हुए उन्हें संबंधित अदालत जाने को कहा था।