समाजवादी पार्टी के अंदर चल रहा घमासान फिर से हो सकता है खड़ा
यूपी चुनाव के लिए चुनाव प्रचार खत्म होते ही समाजवादी पार्टी के अंदर चल रहा घमासान फिर से खड़ा हो सकता है। इसके संकेत मिले हैं मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना यादव के ताजे बयान से। साधना यादव ने कहा है कि अब वे आगे आकर काम करेंगी और चाहती हैं कि उनके बेटे प्रतीक यादव भी राजनीति में आएं। साधना ने खुले तौर पर शिवपाल यादव का पक्ष लिया और कहा कि उनकी कोई गलती नहीं है जबकि अखिलेश यादव को गुमराह किया गया है।
अब तक पर्दे के पीछे ही रहने वाली साधना यादव ने कहा कि अब वो आगे आकर लोगों के लिए काम करेंगी और समाज सेवा से जुड़े कार्य करेंगी। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बनेंगे लेकिन ये सब अब जनता के हाथ में है।
साधना यादव ने कहा कि नेता जी पार्टी का चेहरा हैं और उन्हें किसी भी कीमत पर दरकिनार नहीं किया जाना चाहिए था, ये ठीक नहीं है। साधना ने कहा कि मेरी नजर में शिवपाल पूरी तरह निर्दोष हैं। जब उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया तब रामगोपाल यादव को नेताजी को रोकना चाहिए था। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव के प्रति मेरा स्नेह है लेकिन मुझे लगता है कि किसी ने उन्हें गुमराह किया है। साधना ने कहा कि मैं अब पीछे नहीं हटूंगी मेरे लिए सम्मान सबसे पहली चीज है। अतीत में मेरा कई बार अपमान हुआ है लेकिन अब मैं ऐसा नहीं होने दूंगी।