पीएम मोदी ने मन की बात में पेट्रोल की बचत,खाने की होने वाली बरबादी, कालेधन, स्वच्छता अभियान, ट्रैफिक नियमो का पालन, गर्भवती महिलाओ के लिए अवकाश जैसे अहम मुद्दो की बात की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30वें मन की बात कार्यक्रम के जरिए देश की जनता को संबोधित किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात में लोगों से एक दिन पेट्रोल डीजल का प्रयोग न करने की अपील की। इसके साथ ही पीएम मोदी ने खाने की बरबादी का मुद्दा भी उठाया। पीए मोदी ने अपने मन की बात करते हुए डिप्रेशन की बात भी की और कहा कि योग के माध्यम से लोग अपने मन को ठीक रख सकते हैं और डिप्रेशन से दूर रह सकते हैं। पीएम मोदी ने कालाधन, भ्रष्टाचार, महिलाओं की मैटरनिटी लीव, स्वच्छा आदि मुद्दों को भी अपने संबोधन में उठाया। उन्होंने डिजिटल पेमेंट पर जोर दिया।
पीएम मोदी ने साथ ही कहा, अगर हर नागरिक संकल्प करे कि मैं ट्रैफिक नियमों का पालन करूंगा , अगर हर नागरिक संकल्प करे कि मैं मेरी जिम्मेवारियों को पूरी ईमानदारी के साथ निभाऊंगा, अगर हर नागरिक संकल्प करे कि सप्ताह में एक दिन मैं पेट्रोल-डीजल का उपयोग नहीं करूंगा। तो आप देखिए न्यू इंडिया का सपना जो सवा-सौ करोड़ देशवासी देख रहे हैं, वो अपनी आँखों के सामने साकार होता देख पाएंगे
मन की बात में पीएम मोदी ने कालेधन के खिलाफ लड़ाई का भी जिक्र किया। खाने की बरबादी रोकने का आह्वान करते हुए पीएम मोदी ने कहा, हम जरूरत से ज्यादा चीजें प्लेट में ले लेते हैं और फिर जूठन छोड़ देते हैं। हमने कभी सोचा है कि अगर जूठन न छोड़ें तो कितने गरीबों का पेट भरा जा सकता है।
पीएम मोदी ने पड़ोसी देश बांग्लादेश को आजादी शुभकामनाएं दी और कहा कि दोनों देश अच्छे मित्र है। सफाई की तरफ देशवासियों को प्रेरित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘मैं चाहता हूं, देशवासियों के मन में गंदगी के प्रति गुस्सा हो, जब गुस्सा होगा तब हम गंदगी के खिलाफ़ कदम उठाएंगे. स्वच्छता आंदोलन से ज्यादा आदत से जुड़ी हुई होती है. ये आदत बदलने का आंदोलन है. काम कठिन है, लेकिन करना जरूरी है