मेरठ में कई बड़े शिक्षक संसथानो ने सरकारी तालाबो पर कब्जा जमा लिया है, तालाब को भरकर उसको अपने काम में ले लिया है, लेकिन इन तालाबो को आज तक कोई कब्जा मुक्त नही करा पाया है
मेरठ: सरकारी तालाबो को कब्जा वाले शिक्षण संसथानो पर अब होगी कार्यवाही, साथ ही ऐसे कॉलेजो और इलाके से तलब को कब्जा मुक्त कराया जाएगा, जिन्होंने तालाब को कब्जा कर अपने काम में ले लिया है, ये कहना है आज ही मेरठ में डी एम् का चार्ज लेने वाले 2002 बेच के आई ए एस अधिकारी समीर वर्मा का,
आप को बता दे कि मेरठ में कई बड़े शिक्षक संसथानो ने सरकारी तालाबो पर कब्जा जमा लिया है, तालाब को भरकर उसको अपने काम में ले लिया है, लेकिन इन तालाबो को आज तक कोई कब्जा मुक्त नही करा पाया है, इसके कॉलेज मालिको का रसूख कहे या, प्रशसान की कमजोरी, राजनीतिक दबाव कहे या पैसो के बल पर सेंटिंग, जाँच बहुत हुई लेकिन सभी जाँच शुरू होने से पहले ही कागजो में दम तोड़ गई,
जल संरक्षण के लिए कोर्ट से लेकर सरकार तक सख्त है, और तालाबो की कायापलट के लिए सफाई अभियान तक चलाए गए, पर किसी की मज़ाल जो इन भूमाफियाओ से तालाबो को कब्जा मुक्त करा पाए, अब प्रदेश में सरकार बदली है, निज़ाम बदल, तो ऐसे तालाबो को भी जिन्दा होने की उम्मीद जगी है जो मर चुके है, इसी मामले पर डी एम् समीर वार्म सख्त है, और इस काम को अपनी प्राथमिकता में शामिल करके ऐसे भूमाफियाओ को चेतावनी दे रहे है जिन्होंने पिछली सरकार में अपनी सेटिंग करके तालाबो को अपनी जागीर समझ लिया है।