सालों से फैलाए जा रहे हैं प्रदूषण के मामले को गंभीरता से लेते हुए मानक के विपरीत चल रहे 86 क्रेशर प्लांट को किया गया सीज़
सोनभद्र : बारी डाला व आस-पास के क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर क्रशर प्लांटों द्वारा विगत लगभग 5 सालों से फैलाए जा रहे हैं प्रदूषण के मामले को जिला अधिकारी द्वारा मामले को तत्काल गंभीरता से लेते हुए मानक के विपरीत चल रहे 86 क्रशर प्लांट को सीज़ किए साथ ही तत्काल कार्रवाई किए जाने का आदेश जारी किया ।
पूर्व में जिलाधिकारी के आदेश पर सीज किए गए 11 क्रेसर प्लांटो द्वारा बिना मानक पूर्ण किए ही क्रशर प्लांटो का संचालन होना विभाग की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है। बिना प्रदूषण विभाग के संपूर्ण मानकों को पूर्ण किए बिना कैसे प्लांटों के संचालन करने की अनुमति विभाग द्वारा दिया गया । वहीं दूसरी तरफ लोगों का कहना है कि वर्तमान में जिन नियम शर्तों के अनुसार क्रेसर प्लांटो सीज किया जा रहा है अगर सभी प्लांट मालिक उक्त नियमों का पूर्णरूपेण पालन करें तो एक भी क्रेशर प्लान्टो से प्रदूषण नहीं उड़ सकता।
क्रेशर प्लांट मालिकों के तानाशाही व विभागीय अधिकारियों के मिली भगत की देन है कि बिना मानक व नियम कानून के ही विभाग द्वारा एनओसी जारी कर दिया जाता है। किंतु वास्तविकता में कुछ और ही नजारा होता है। प्रमाण के रूप में स्वयं ही खनन क्षेत्र का दौरा कर अधिकारी अपने आंख से देख सकते हैं की विभागीय अधिकारी ही अपने उच्च अधिकारियों को कैसे गुमराह करते हैं। अवैध खनन से उत्तर प्रदेश सरकार के राजस्व का कितना बड़ा नुकसान हो रहा है