भारतीय हॉकी टीम ने रविवार को महिला एशिया कप के फाइनल में चीन को मात देते हुए खिताब अपने नाम कर लिया है. भारत ने 13 साल बाद यह खिताब जीता है. इसी के साथ भारतीय टीम ने 2018 में होने वाले विश्व कप में खेलने की योग्यता हासिल कर ली है. अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ ने एक बयान जारी कर भारत के क्वालीफाई करने की पुष्टि कर दी है.
भारत ने तय समय में मुकाबला 1-1 से ड्रॉ रहने के बाद पेनाल्टी शूटआउट में चीन को 5-4 से मात देते हुए 2004 के बाद पहली खिताब पर कब्जा जमाया.
भारत को नवजोत कौर ने 25वें मिनट में गोल कर 1-0 से आगे कर दिया था. वह जीत के करीब बढ़ रही थी, लेकिन चौथे क्वार्टर में 47वें मिनट में तियानतियान लुवो ने पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में बदलते हुए मुकाबले में बराबरी कर ली.
इसके बाद दोनों टीमें गोल करने में नाकाम रहीं और मैच पेनाल्टी शूटआउट में गया जहां भारत ने जीत हासिल की. पेनाल्टी शूटआउट में भारत के लिए विजयी गोल रानी ने किया.
पेनाल्टी शूटआउट में भारत तथा चीन की टीम पांच-पांच मौकों के बाद 4-4 की बराबरी पर थीं. दोनों ने एक-एक मौका गंवाया था. इसके बाद सडेन डेथ का आयोजन किया गया, जिसमें चीन गोल नहीं कर सका जबकि रानी ने गोल करते हुए भारत को 5-4 से जीत दिला दी.