रूहानी के 2013 में ईरान के राष्ट्रपति बनने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा है.
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी तीन दिनों की अपनी भारत यात्रा के तहत शनिवार को दिल्ली पहुंचे. प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने यहां राष्ट्रपति भवन में उनका स्वागत किया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.
रूहानी के 2013 में ईरान के राष्ट्रपति बनने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा है. रूहानी के दिल्ली आगमन पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ’10 वर्षों में किसी ईरानी राष्ट्रपति की पहली भारत यात्रा! राष्ट्रपति भवन में ईरानी राष्ट्रपति डॉ. हसन रूहानी का औपचारिक स्वागत किया गया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति रूहानी का स्वागत किया.’
एशिया की है यह मौजूदा सदी
भारत यात्रा पर आए ईरानी राष्ट्रपति रूहानी ने कहा है कि मौजूदा सदी एशिया की है, जहां नई दिल्ली और तेहरान के पास निभाने के लिए एक बड़ी भूमिका है. उन्होंने हैदराबाद में जुमे की नमाज अदा करने के बाद मक्का मस्जिद में एक सभा में कहा कि खाड़ी देश में चाबहार बंदरगाह भारत के लिए (पाकिस्तान से गुजरे बिना) ईरान और अफगानिस्तान, मध्य एशियाई देशों तथा यूरोप तक ट्रांजिट मार्ग खोलेगा. इस करार के तहत दक्षिण-पूर्वी ईरान में चाबहार बंदरगाह को तैयार करने के लिए भारत को 8.5 करोड़ डालर का निवेश करना है.
रूहानी ने साथ ही कहा, ‘ईरान के पास प्रचुर मात्रा में तेल और गैस संसाधन हैं और वह इन्हें भारत की प्रगति और इसके लोगों की समृद्धि के लिए उसके साथ साझा करने की इच्छा रखता है.’ उन्होंने कहा कि ईरान को उम्मीद है कि बदले में भारत भी लोगों से लोगों के बीच संपर्क मजबूत करने के लिए वीजा नियमों में ढील देगा.
अपनी भारत की शुरुआत में रूहानी ने हैदराबाद में मक्का मस्जिद में जुमे की नमाज अदा करने के अलावा यहां के ऐतिहासिक कुतुब शाही मकबरा परिसर भी देखा. ईरानी शैली में बने ये स्मारक सात मकबरों के नाम से जाने जाते हैं.