व्यायाम केवल आपकी सेहत को अच्छा नहीं रखता , यह आपके स्तनों को सुधारने में भी मदद करता है । व्यायाम में पुश-अप और बेंच प्रेस जैसी कसरत करी जा सकती है जिससे छाती की मांसपेशियों को कम किया जा सकता है साथ में, आकार में सुधार आ सकता है।
1: व्यायाम-
अगर आप स्तन कैंसर से ग्रसित है या बचना चाहते है तो सप्ताह में कम से कम 150 मिनट का व्यायाम करना जरुरी है| ऐसा करने से आपके शरीर में फैट सेल्स कम होंगी, जिसका सीधा असर आपकेएस्ट्रोजन पर पड़ेगा । आपको बता दें कि, कई कारणों में से एक कारण एस्ट्रोजन है जिसके कारण महिलाओं को स्तन कैंसर होता है । अगर आप सप्ताह में 150 मिनट नहीं देसकतें है तो हफ्ते में व्यायाम को कम से कम 75 मिनट देना आवश्यक है ।व्यायाम केवल आपकी सेहत को अच्छा नहीं रखता , यह आपके स्तनों को सुधारने में भी मदद करता है । व्यायाम में पुश-अप और बेंच प्रेस जैसी कसरत करी जा सकती है जिससे छाती की मांसपेशियों को कम किया जा सकता है साथ में, आकार में सुधार आ सकता है।
2: चॉकलेट्स के कुछ फायदे-
अक्सर लोगों को चॉकलेट खाने का शौक होता है लेकिन ये नहीं पता होता कि डार्क चॉकलेट से बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती हैं। इसके अलावा यह हृदय के लिए भी अच्छा होता है । रिसर्च में माना गया है कि डार्क चॉक्लेट्स में ऐसी समाग्रियां होती है जिसको खाने से आपके शरीर को कैंसर से लड़ने की ताकत मिलती है । यह सामग्री उस एंजाइम सेल्स को मार देता है जिनसे हमारे शरीर में कैंसर उत्पन होता है। माना जा रहा है कि जल्द ही साइंटिस्ट डार्क चॉक्लेट को कैंसर ट्रीटमेंट में शामिल भी कर सकते है।
3: हर गांठ नहीं होती हानिकारक-
अपने शरीर की जाँच करते समय अगर अपने स्तन में कोई गांठ महसूस होती है तो ज्यादा चिंता करने की जरुरत नहीं है। वैज्ञानिकों का कहना है कि पांच में से चार गांठें ज़रूरी नहीं है कि वो स्तन कैंसर की गांठ हों । किसी भी नतीजे पर पहुंचने से पहले डॉक्टर से जाँच जरुर करवा लें।
4:फल और सब्ज़ियों पर दें ज्यादा ध्यान-
फल और सब्जियों के सेवन से स्तन को पोषक तत्व और ऊर्जा मिलते है। डॉक्टरों का कहना है कि खाने की थाली में फल और सब्जियों की मात्रा ज्यादा होनी चाहिए ।
5:रात में जरुरी है पूरी नींद –
बदलते समाज में रात को देर तक जागने से शारीरिक परेशानियां बढ़ रही है। वैसे ही स्तन कैंसर के रोगियों को देर रात तक नहीं जागना चाहिए। इसीलिए डॉक्टर रोगी को सलाह देते है कि कम से कम 7-8 घंटे की नींद लेना अनिवार्य है ।
6: फोलिक एसिड का करें सेवन-
फोलिक एसिड केवल आपके प्रजनन अंगों के लिए ही अच्छा नहीं है, बल्कि यह आपके स्तनों को कैंसर से भी सुरक्षा प्रदान करता है। चूंकि स्तनों में हार्मोन्स का उत्पादन होता हैं, और फोलिक एसिड इन हार्मोन्स को स्वस्थ रखने का काम करता है।फोलिक एसिड को नियमित रूप से भी लिया जा सकता है, भले ही आप जल्द ही गर्भावस्था की योजना बना रही हो। साथ में , यह आपके स्तनों को स्वस्थ और आकार में रखने का काम करता है।
7: स्तनों की जाँच है अनिवार्य-
आईजेनोमिक्स में लैब निदेशक डॉ. रजनी खजुरिया ने बताया कि “अगर आपके परिवार में किसी को ब्रेस्ट कैंसर कभी था या है तो आपको भी ब्रैस्ट कैंसर होने की संभावनाएं होती है ,जितनी जल्दी हो सके आप स्तन कैंसर का पता लगाने के लिए मैमोग्राफी करा लें।” बता दें कि स्तन कैंसर में स्क्रीनिंग टेस्ट कराए जाते है ।
8: काले अंगूर हैं फायदेमंद-
काले अंगूर में एंटी-मैटजेनिक और एंटीऑक्सीडेंट होता हैं जो स्तन कैंसर सहित सभी प्रकार के कैंसर से मुकाबला करने में क्षमता प्रदान कराता हैं।
9: स्वस्थ्य स्तन के लिए है महत्वपूर्ण: विटामिन डी-
वास्तव में, विटामिन डी विटामिन नहीं है यह एक स्टेरॉयड हार्मोन है जो शरीर में 100 से अधिक जीन्स को प्रभावित करता है। अधिकांश उतको में विटामिन डी के रिसेप्टर्स होते हैं। जो शरीर में विटामिन डी से कई कार्यों को प्रभावित करने की क्षमता रखते है, जैसे कैल्शियम अवशोषण और हड्डीयों का विकास। विटामिन डी ऑटिज्म को रोकने के लिए, अनुपूरण स्वयंसुवीय रोग, क्रोनिक दर्द, हाई ब्लड प्रेशर के लिए फायदेमंद हो सकता है। साथ में, स्तन कैंसर को रोकने के लिए कारगर साबित हो सकता है ।
10: अपने वज़न पर दें ध्यान-
वास्तव में महत्वपूर्ण है कि आप अपने वजन का ख्याल रखें। शरीर का वजन और आपके स्तनों का आकार संतुलित होना चाहिए। जिससे आप न केवल दिखने के साथ स्वस्थ और फिट नजर आते हैं । हालांकि बड़े-छोटे स्तनों के साथ कुछ भी गलत नहीं है, इसकी तुलना आपके वास्तविक बॉडी मास से होती है। इसीलिए सब संतुलित होना चाहिए। जोकि आपके शरीर का आकार आपके स्तनों के लिए सही है, और आप फिट है ।
11: अपने बैठने का तरीका सुधारें-
ध्यान दिया होगा कि आप दिनभर कैसे खड़े होकर बैठते हैं और कैसे सबका असर आपके शरीर के साथ आपके स्तनों पर पड़ता है । तो इससे बचने के लिए सीधे बैठें और रीढ़ की हड्डी को सीधे रखें ।
12: ब्रा साइज पर दें ध्यान-
यह माना जाता है कि 70% से अधिक महिलाएँ नियमित रूप से गलत ब्रा साइज पहनती हैं। ना केवल गलत पोस्चर, त्वचा की जलन और साँस लेने में कठिनाई होती है, लेकिन यह स्तन अवक्षेपों को नुकसान भी पहुंचाती है, जिससे स्तन में दर्द होता है। स्तन का आकार वजन परिवर्तन, गर्भावस्था या रजोनिवृत्ति के कारण अक्सर बदल सकता है।