कर्नाटक प्रचार के लिए दौरे पर गए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के विमान के कल अचानक तकनीकी खराबी आ गई. इसके बाद विमान की हुबली में इंमरजेंसी लैंडिंग करवानी पड़ी. कांग्रेस ने इस मामले में जांच की मांग करते हुए हुबली थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है. कांग्रेस ने इस मामले की शिकायत नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) से भी की है. डीजीसीए की ओर से जांच का आश्वासन दिया गया है.
घटना को लेकर राहुल गांधी के करीबी कौशल विद्यार्थी ने कर्नाटक के डीजीपी को एक चिट्ठी भी लिखी, विद्यार्थी ने लिखा, ”राहुल जिस विमान में सवार थे, वह एकाएक बायीं तरफ झुक गया और विमान तेजी से नीचे चला गया तथा उसमें काफी कंपन हुई. यह घटना सुबह दस बजकर 45 मिनट पर हुई.”
चिट्ठी में लिखा है, ”मौसम सामान्य था और तेज हवा भी नहीं चल रही थी. विमान के संदिग्ध एवं ठीक से काम नहीं करने से साफ है कि उसमें कंपन होना और उसका नीचे चले जाना स्वभाविक या मौसम संबंधित नहीं था, बल्कि ऐसा किसी तकनीकी गड़बड़ी के कारण हुआ.’’ चिट्ठी के मुताबिक, ”विमान के साथ जानबूझकर की गयी छेड़छाड़ से जुड़े गंभीर सवालों को दरकिनार नहीं किया जा सकता और उनपर ध्यान देने तथा उसकी जांच करने का अनुरोध किया जाता है.’’
राहुल गांधी के ऑफिस ने सिफारिश की है कि जब तक जांच पूरी न हो जाए एयरक्राफ्ट को उड़ान न भरने दिया जाए. शिकायत के साथ ही हुबली पुलिस एक्शन में आई और आईपीसी की धारा 336, 287 और एयरक्राफ्ट एक्ट के सेक्शन-11 के तहत एफआईआर दर्ज किया है.
रेणुका ने बताया कि कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति (केपीसीसी) के महासचिव शकीर सनादी द्वारा दर्ज करायी गयी शिकायत में विमान के दो पायलटों के नाम शामिल हैं. पत्र में कहा गया, ‘‘यह पता चला है कि विमान का ऑटोपायलट काम नहीं कर रहा था.’’ पत्र के अनुसार विमान तीसरी कोशिश के बाद दिन में करीब 11 बजकर 25 मिनट पर हुबली हवाईअड्डे पर उतरा. इसमें कहा गया, ‘‘विमान के पायलट भी डरे हुए थे और उन्होंने माना कि स्थिति भयावह एवं असामान्य थी.’’
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘‘राहुल गांधी सुरक्षित लैंड कर गए. आज एक गंभीर हादसा होते – होते रह गया.’’ उन्होंने कहा कि कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक को सौंपी गयी शिकायत में उनसे इस ‘‘गंभीर, भयावह घटना’’ के सभी पहलुओं की और अगर कोई साजिश थी तो उसकी भी जांच करने को कहा गया है.