नई दिल्ली: बैंक घोटाला मामले में भगोड़ा शराब कारोबारी विजय माल्या ने शनिवार को मीडिया की उस खबर का खंडन किया है, जिसमें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के एक अधिकारी के हवाले से दावा किया गया था कि विजय माल्या ने अपनी जब्त संपत्ति को लेकर सौदेबाजी की कोशिश की थी. इस मामले में माल्या ने सफाई देते हुए कहा कि ऐसे बयान देने से पहले ऐसे अधिकारी को ईडी चार्जशीट को ठीक से पढ़ लेना चाहिए. दरअसल, ब्रिटेन और अमेरिका में कुछ रियायत के बदले आरोपी द्वारा ऐसी सौदेबाजी की जाती है. हालांकि भारत में ऐसी सौदेबाजी का चलन नहीं है.
प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी के बयान को खारिज करते हुए माल्या ने ट्वीट में किया, ‘मीडिया रिपोर्ट्स में एक ईडी अधिकारी के हवाले से कहा गया कि मैं ईडी से जब्त संपत्ति को मुक्त कराने के लिए सौदेबाजी की कोशिश कर रहा हूं. मैं सम्मानपूर्वक सलाह देना चाहूंगा कि अधिकारी पहले ईडी की चार्जशीट को ठीक से पढ़ लें. साथ ही मैं ईडी से भी कहूंगा कि वह सौदेबाजी की इस थ्योरी को कोर्ट में उनके सामने कहे, जिनसे मैंने सौदेबाजी करने की कोशिश की है.’
शुक्रवार को मीडिया रिपोर्ट में ईडी के एक अधिकारी के हवाले से कहा गया था कि बैंक फ्रॉड मामले में माल्या ने सौदेबाजी करने की कोशिश की थी. साथ ही यह प्रस्ताव दिया था कि अगर ईडी उसकी फ्रीज संपत्ति को लौटा दे, तो वो बैंक के बकाया का भुगतान कर देगा. विजय माल्या ने एक ईमेल में कहा कि ईडी के आरोप और एसेट्स की जब्ती का आधार वह पैसा है, जो सरकारी बैंकों ने किंगफिशर एयरलाइंस को दिया था. माल्या ने कहा, ‘जो एसेट्स जब्त की गई हैं, वे किंगफिशर एयरलाइंस के शुरू होने से काफी पहले खरीदी गई थीं और जब्ती को जायज ठहराने के लिए उन्हें अपराध की रकम से हासिल संपत्ति नहीं कहा जा सकता है.’
माल्या ने कई ट्वीट के जरिये कहा था कि वह बैंकों के कर्ज चूक मामले में ‘पोस्टर ब्वॉय’ बन चुके हैं. यानी जब भी बैंकों के कर्ज को नहीं लौटाने की बात होती है, तो सबसे पहले उनका नाम लिया जाता है. माल्या ने ट्वीट किया, ‘‘हमने अदालत से न्यायिक निगरानी में इन संपत्तियों को बेचने की अनुमति मांगी है ताकि बैंकों का कर्ज लौटाया जा सके. माल्या ने आगे कहा, ‘यदि ईडी और सीबीआई जैसी एजेंसियां संपत्तियों की बिक्री का विरोध करती हैं तो यह साफ हो जाएगा कि मेरे यानी पोस्टर ब्वॉय के खिलाफ कर्ज की वसूली से आगे भी एजेंडा चलाया जा रहा है.