राजधानी दिल्ली से एक ऐसा मामला सामने आया जिसको सुनके आपके होश उड़ जाएंगे , दिल्ली महिला आयोग ने एक 95 वर्षीय महिला को बेटे के ससुराल वालों की कैद से आजाद कराया है. दरअसल, दिल्ली महिला आयोग को महिला हेल्पलाइन नंबर 181 पर, एक व्यक्ति ने कॉल करके शिकायत दर्ज कराई कि उसकी 95 वर्षीय मां को उसकी पत्नी व ससुराल वालों ने कैद किया और उसके साथ मारपीट की जा रही थी. उन्होंने अनुरोध किया कि उनकी मां तुरंत बचाई जाए और उनकी पत्नी के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
सूचना मिलते ही दिल्ली महिला आयोग की टीम सख्ते में आयी और शिकायतकर्ता के पास पहुंची. उन्होंने टीम को बताया कि उनकी मां 95 वर्ष की हैं और पूरी तरह से बिस्तर पर हैं. लगभग 3 महीने से वह अपनी मां को देख नहीं पा रहा है. उन्होंने कहा कि शादी करने के बाद से ही उनकी पत्नी के साथ वैवाहिक विवाद चल रहा है.
DCW की टीम ने याचिकाकर्ता की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए उस स्थान पर गई जहां पर बुजुर्ग महिला को रखा गया था. उनकी पत्नी ने शुरुआत में डीसीडब्ल्यू टीम को घर में प्रवेश नहीं करने दिया. हालांकि, दिल्ली महिला आयोग की टीम द्वारा समझाने के बाद इस शर्त पर घर में प्रवेश की अनुमति दी कि उनके पति एक लिखित बयान देंगे कि घर से अपनी मां को लेने के बाद वह फिर कभी घर वापस नहीं आएगा. शिकायतकर्ता ने शर्तों पर सहमति व्यक्त की और कथन को लिखित में दिया.
जब DCW टीम और पुलिस ने कमरे में प्रवेश किया जहां 95 वर्षीय बुजुर्ग महिला को रखा गया था, वहां पर रेस्क्यू करवाई गई महिला की हालत दयनीय मिली. वह केवल कपड़े के एक पतले टुकड़े से ढकी हुई थी और उसे बिस्तर के पास रखी एक बाल्टी में खुद को राहत देना पड़ता था. बुजुर्ग औरत बहुत बीमार लग रही थी इसलिए DCW टीम ने तुरंत एम्बुलेंस बुलवाई जिसके बाद बूढ़ी औरत को अस्पताल ले जाया गया.