“मैं राजनीति में भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष करना चाहता हूँ। मुझसे कानूनी सलाह मांगने वाले वकीलों के लिए मैं उपलब्ध रहूंगा।”
अपने वकालत से जजो के पसीने छूड़ा देने वाले वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी ने सक्रिय वकालत से संन्यास की घोषणा की। बार काउंसिल अॉफ इंडिया के इस कार्यक्रम में जेठमलानी ने कहा, “मैं जस्टिस मिश्रा को बहुत पसंद करता हूँ। लेकिन अफसोस है कि अब जब वो चीफ जस्टिस बने हैं, तब मैं उनके सामने पेश नहीं हो सकूंगा। मैंने रिटायर होने का फैसला किया है।”
हालांकि, जल्द ही 94 साल के होने जा रहे जेठमलानी ने संकेत दिए कि वो निष्क्रिय होकर नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा, “मैं राजनीति में भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष करना चाहता हूँ। मुझसे कानूनी सलाह मांगने वाले वकीलों के लिए मैं उपलब्ध रहूंगा।”
गौरतलब है कि आरजेडी के राज्यसभा सांसद राम जेठमलानी कई साल पहले भी अपने घर के बाहर नया मुकदमा न लेने की तख्ती लगा चुके हैं। इसके बाद भी उनके पास केस आते रहे और वो चुनिंदा मुकदमों में पेश भी होते रहे। जेठमलानी 75 साल से ज्यादा समय से वकालत कर रहे हैं। देश के सबसे बड़े वकीलों में शुमार जेठमलानी केंद्रीय कानून मंत्री भी रह चुके हैं।