किसने और क्यों रची वरिष्ठ पत्रकार उपेन्द्र राय के ख़िलाफ़ साज़िश ??
पी गुरूज डॉट कॉम की साइट पर देश के जाने माने और प्रतिष्ठित वरिष्ठ पत्रकार श्री उपेंद्र राय के खिलाफ तथ्यहीन और भ्रामक खबर प्रकाशित करने का मामला अब थाने पर पहुंच गया है। श्री उपेन्द्र राय ने मामले को लेकर पी गुरूज डॉट कॉम के खिलाफ नोएडा के सेक्टर 20 थाने में धारा 420/66it act के तहत मामला दर्ज कराया है।
जैसा कि आप जानते हैं कि पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा खम्भा माना जाता है। इसीलिए स्वस्थ लोकतंत्र में पत्रकारों को कुछ विशेषाधिकार भी प्राप्त हैं। लेकिन ये विशेषाधिकार कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को ताक पर रख कर नहीं दिए जा सकते। पत्रकारिता के कुछ मूलभूत सिद्धांत हैं, जिन पर कुठाराघात कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता।
पी गुरूज डॉट कॉम की साइट पर देश के जाने माने और प्रतिष्ठित वरिष्ठ पत्रकार श्री उपेंद्र राय के खिलाफ प्रकाशित तथ्यहीन पुलिंदा ऐसी ही पीत पत्रकारिता का नमूना है। इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए श्री उपेंद्र राय ने इसे गहरी साजिश का हिस्सा बताया है। उन्होंने कहा कि पी गुरूज मसाला टाइप खबरें छापने वाली साइट है जिस पर सिर्फ और सिर्फ भ्रामक तथ्य ही परोसे जाते हैं।
वरिष्ठ पत्रकार श्री राय ने इस साइट को रहस्यमयी बताते हुए कहा कि साइट देख कर तो इसके स्वामी की भी जानकारी नहीं प्राप्त की जा सकती। यह निम्नस्तरीय साइट पत्रकारिता के बुनियादी सिद्धांतों और प्राकृतिक न्याय का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन करती रही है। यह बात सर्वज्ञात है कि पत्रकारिता में आरोप लगाने से पहले संबंधित व्यक्ति का पक्ष जानना अनिवार्य होता है, लेकिन झूठी खबरें प्रकाशित करने वाली यह साइट कभी किसी का स्पष्टीकरण लेने से कतराती रही है।
श्री राय ने कहा कि उनके खिलाफ सोची समझी साजिश रची गई है जिसमें कुछ भ्रष्ट वरिष्ठतम अधिकारी, दलाल किस्म के कुछ नेता संलिप्त है ।
इस षड्यंत्र में सुब्रह्मण्यम स्वामी और ईडी के राजेश्वर सिंह भी शामिल हैं। माननीय सुप्रीम कोर्ट में उक्त मामले की इसी हफ्ते सुनवाई होनी है। इसी के कारण राजेश्वर सिंह ने पीगुरुज़ के श्री अय्यर के साथ मिलकर देश के जाने-माने और वरिष्ठ पत्रकार उपेंद्र राय के खिलाफ उनकी छवि को खराब करने के लिए साजिश रची, वैसे सुब्रमण्यम स्वामी ब्लैक मेलिंग और पैसे लेकर किसी के ऊपर भी आरोप लगाने के मामले में चर्चित रहे हैं।
बताया जा रहा है कि राजेश्वर सिंह की शह पर एक वरिष्ठ नेता ने माननीय प्रधानमंत्री जी को फरवरी से अप्रैल के बीच दो पत्र लिखे। लेकिन इन पत्रों पर संज्ञान नहीं लिया गया, तो हताशा में यह लॉबी अब कुचक्र रचने में जुट गई।
बहरहाल, पी गुरूज डॉट कॉम पर अनर्गल खबरों के माध्यम से वरिष्ठ पत्रकार श्री उपेंद्र राय की छवि खराब करने के प्रयासों से मीडिया जगत और उनके फैन्स में काफ़ी आक्रोश है। कई मीडिया संस्थानों ने भी इस पीत पत्रकारिता की कड़ी आलोचना की है।