नई दिल्ली: सीमा पार आंतकी ठिकानों पर सितंबर 2016 को हुई सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो आने के बाद कांग्रेस ने 28 जून को आरोप लगाया कि ‘फर्जी राष्ट्रवादी’ भाजपा हमारे जवानों की बहादुरी और बलिदान का राजनीतिक और चुनावी फायदा उठाने को आतुर है. पार्टी ने यह भी दावा किया कि मोदी सरकार एक तरफ तो जवानों की बहादुरी पर राजनीतिक रोटियां सेंकने की कोशिश कर रही है तो दूसरी तरफ वह सेना के बजट में कटौती और उसके साथ भेदभाव कर रही है.
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ’28-29 सितंबर, 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने पाकिस्तान में आतंकियों के खिलाफ इस कार्रवाई का तथा हमारे देश के खिलाफ आतंकी मंसूबे नाकाम करने के लिए उठाए गए कदमों को लेकर भारतीय सेना और सरकार का संपूर्ण समर्थन किया था.’ उन्होंने कहा, ‘सत्ताधारी दल को याद रखना होगा कि हमारे साहसी सैनिकों के अमूल्य बलिदान को मोदी सरकार और भाजपा राजनीतिक लाभ के लिए वोट हासिल करने का साधन नहीं बना सकते.’
कांग्रेस नेता ने कहा, ”जब-जब पीएम मोदी और अमित शाह की बीजेपी पर असफलता का संकट मंडराता है, तब-तब उन्हें सेना के शौर्य को सियासी तौर पर भुनाने की याद क्यों आती है?” पार्टी ने पूछा कि क्या मोदी सरकार देश की सुरक्षा के बुनियादी ढांचे को खतरे में नहीं डाल रही है? कांग्रेस ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वह सेना की सुविधा के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है.
मालूम हो कि सेना ने 29 सितंबर 2016 की रात को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में घुसकर आतंकियों के लॉन्चिंग पैड्स तबाह कर दिये थे. जिसके करीब दो साल बाद वीडियो सामने आया है. जिसमें तबाही देखी जा सकती है. जवानों के ऑपरेशन के दौरान हेलमेट पर लगे कैमरों और ड्रोन कैमरों की मदद से पूरी कार्रवाई रिकॉर्ड की है.